प्राचार्य की लगन ने शिक्षा को शिखर तक पहुंचाया
डीव्हीएम जरही लगातार लिख रहा नित-नई ईबारत
जरही। छत्तीसगढ के जरही में नवनिर्मित डीव्हीएम इंटरनेशनल स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में नित-नई ईबारत लिख रहा है, महज चंद वर्षो में ही छात्र-छात्राओं को बेहतर विद्यालयीन व्यवस्थाओं का तोहफा दे दिया, विद्यालय के कक्षाओं के साथ विज्ञान प्रयोगशाला, कम्प्यूटर कक्ष, पुस्तकालय के साथ अनेक सुविधाओं के साथ शिक्षा के स्तर पर विद्यालय के प्राचार्य रामकिशन यादव ने इतना जोर दिया कि कुछ ही वर्षे में शिक्षा और विद्यालय को शिखर तक पहुंचा दिया।
हर दिन शिक्षा को महत्व
विद्यालय के प्राचार्य, प्रेरक प्रवक्ता, मेंटर एवं प्रमाणित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कैरियर गुरू रामकिशन यादव ने अनौपचारिक वार्ता के दौरान कहा कि कोई भी व्यक्ति अपनी लगन और निष्ठा के बल पर उंचा उठ सकता है, दुनिया का कोई कार्य मुश्किल नहीं है, मुश्किल शब्द का प्रयोग कायर करते हैं, उन्होंने आगे कहा कि आसपास के कई गांव के विद्यार्थी आते हैं, दिनों दिन विद्यार्थियों की भीड बढ़ती ही जा रही है, हम चाहते हैं कि जरही शैक्षणिक क्षेत्र का एक चमकता हुआ सितारा बनकर उभरे।
गुणवत्ता से समझौता नही
आगे उन्होंने कहा कि हम कभी भी शिक्षा के गुणवत्ता से समझौता करना पसंद नहीं करते हैं, यहां के बच्चे अब अपने अभिभावक के देखरेख में घर में रहकर अपनी पढ़ाई कर सकते हैं और शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी ही देश का भविष्य है, विद्यार्थी अपने निर्धारित लक्ष्य को अनुशासन के साथ प्राप्त करते हुए माता पिता एवं गुरुजनों को गौरवांवित करने का कार्य करें। विद्यार्थी देश को वैभव के शिखर तक पहुंचाने स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत के मिशन को सफल बनाने में हर संभव प्रयास करें, शिक्षा के साथ ही स्वच्छता भी सर्वोपरि है।
कीर्तिमान बनाने का प्रयास
उन्होने विद्यार्थी आधुनिकता की दौड में विचलित न होते हुए परिवार एवं समाज का नाम रोशन करने की दिशा में अपने पढाई के लक्ष्य को प्राप्त करते हुए कीर्तिमान बनाने का प्रयास करें। छात्राएं शिक्षा के प्रति सतत सजग रहें, क्योंकि छात्रा के शिक्षित होने से दो परिवारों का उत्थान होता है।
कई अवार्ड से नवाजे गये प्राचार्य
डीव्हीएम इंटरनेशनल स्कूल जरही के प्राचार्य रामकिशन यादव को चंडीगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में इंटरनेशनल एजुकेशन सिम्पोसियम अवार्ड 2019 से सम्मानित किया गया है, उन्हें बेस्ट पिं्रसिपल ऑफ द इयर के अवार्ड से भी नवाजा गया है। गौरतलब हो कि छत्तीसगढ़ राज्य से एकमात्र जरही के प्राचार्य का चयन किया गया था, डीव्हीएम इंटरनेशनल जरही के प्राचार्य रामकिशन यादव इससे पूर्व मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा व बिहार सहित अनेक राज्यों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
शिक्षा पर बाधा नही बनेगा कोरोना
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से स्कूलों में कक्षाएं नहीं लग पा रही है, ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से छात्रों को पढ़ाई कराई जा रही है, लगभग 80 प्रतिशत छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा का लाभ मिल पा रहा है, स्मार्ट फोन के माध्यम से छात्र पढ़ाई में लगातार ध्यान देते जा रहे है, जिसके कारण हमें ऑनलाईन एक्जीलेंस अवार्ड भी दिया गया है, प्राचार्य ने कहा कि अब विद्यालय में कक्षाएं भी संचालित होगी, नियमों और निर्देशों का पालन करते हुए शिक्षकीय कार्य संचालित होंगे, अब तो कोविड का वैकसीन भी आ गया है, शिक्षा के लिए रूकवाट किसी भी हाल में नही होंने देंगे, विद्यालय को अब तो सीबीएसई से मान्यता भी प्रदान कर दी गई।