रिश्वतखोर प्राचार्य को सहायक आयुक्त का संरक्षण

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वॉयरल ऑडियो-वीडियो में खुलकर रिश्वत लेते हैं परौहा

मामला जयसिंहनगर के आमडीह के संकुल प्राचार्य का

शिक्षकों की एरियस निकालने के लिए पूरे जिले में चला खेल

(Anil Tiwari 7000362359)
शहडोल। अपने ही विभाग के अधीनस्थ शिक्षकों से खुलेआम रिश्वत की मांग और रिश्वत न देने पर चौराहे पर जूते मारने की बात करने वाले जयसिंहनगर के तथाकथित कलयुगी द्रोणाचार्य आज भी अपनी दुकान चला रहे हैं, इस मामले में 18 दिसम्बर को कमिश्नर सहित कलेक्टर व सहायक आयुक्त को शिकायत दी गई थी, रिश्वत लेते हुए वीडियो भी सोशल मीडिया में वॉयरल हुए, गाली-गालौज के ऑडियो भी वरिष्ठो तक पहुंचे, लेकिन बीते इस पखवाड़े में कोई कार्यवाही या जांच की चर्चा तक सामने नहीं आई। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आमडीह के संकुल प्राचार्य आर.के. परौहा कहते हैं कि रूपये तो लिए, लेकिन उनके पीछे दूसरा कारण है। यही नहीं चर्चा में उन्होंने यह भी कहा कि वॉयरल ऑडियो किसी ने चुराकर वॉयरल कर दिये।
यह है पूरा मामला
जयसिंहनगर विकास खण्ड अंतर्गत शिक्षकों के बकाया एरियस का भुगतान विभाग द्वारा होना था। इसके लिए शिक्षकों ने अपने आवेदन पूरी जानकारी के साथ संकुल प्राचार्य को सौंपे। यहां से बकाया एरियस की पूरी जानकारी विभाग के माध्यम से ट्रेजरी को जानी थी, जहां से शिक्षकों के खातों में राशि हस्तांतरित होती। पूरी प्रक्रिया के बाद भी जब राशि खातों में नहीं गई तो, शिक्षकों ने मामले को खंगालना शुरू किया। आरोप है कि आर.के. परौहा ने खुद के साथ सहायक आयुक्त व टे्रजरी तक को रिश्वत देने के लिए हजारों में सौदा किया। यह सौदा कुल राशि का 5 से 10 प्रतिशत के हिसाब से भी तय हुआ, जिन्होंने रूपया दे दिया, उनकी फाईल आगे बढऩे लगी, जिन्होंने नहीं दिया, उनके खिलाफ बयान बाजी होने लगी।
शिक्षक ने दिखाई भाईगिरी
जयसिंहनगर सहित मुख्यालय के सैकड़ों सेलफोन में संकुल प्राचार्य आर.के.परौहा व कई शिक्षकों के बीच हुई लेन-देन की खुलकर चर्चा के ऑडियो वॉयरल हो रहे हैं, बीते एक पखवाड़े से शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों के बीच इस मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली, वॉयरल ऑडियो में तो, कलियुगी द्रोणाचार्य ने सभी मार्यादाएं पार कर दी और इस पूरे खेल में आड़े आने वाले कुछ शिक्षकों का नाम लेकर उन्हें चौराहे में जूते मारने, वीडियो व फोटो खिचवाकर पेपर में देने की धमकी भी संकुल प्राचार्य ने दे दी। मामले की शिकायत 18 दिसम्बर को कमिश्नर सहित अन्य को हुई, लेकिन अभी मामला ठण्डे बस्ते में है।
रिश्वत लेते कैमरे में कैद
वॉयरल ऑडियों के साथ ही आर.के. परौहा का कार्यालय का ही एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वॉयरल हुआ है, जिसमें महिला शिक्षक से रिश्वत के रूपये लेते हुए दिख रहे हैं। आरोप है कि श्री परौहा कार्यालय में खुलकर न सिर्फ चर्चा करते हैं, बल्कि खुलकर रिश्वत भी ले रहे हैं। वॉयरल वीडियो में भी श्री परौहा और महिला इस संदर्भ में चर्चा करते हुए खुलेआम रिश्वत लेते नजर आ रहे हैं।
फिर भी अटकी कार्यवाही
आर.के. परौहा जैसे कलयुगी द्रोणाचार्य न सिर्फ रिश्वत ले रहे हैं, बल्कि उनकी कारगुजारियों से जिले की छवि तो खराब हो ही रही है, कलेक्टर और कमिश्नर जैसे जिम्मेदारों पर भी उंगलियां उठने लगती हैं। शिकायत को 10 दिन से अधिक का समय बीत गया, लेकिन अभी तक प्रमाणित अपराध के बाद भी कार्यवाही नहीं हो रही है। जिससे आरोपी संकुल प्राचार्य को तो बल मिल ही रहा है, वहीं इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले शिक्षक आदि हतोत्साहित हो रहे हैं।
इनका कहना है…
आरोप गलत हैं, फोन पर मैं कुछ नहीं कह सकता, लेकिन जो दिख रहा है, वह झूठ है।
आर.के. परौहा
संकुल प्राचार्य
आमडीह
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एक शिकायत लगभग 15 दिनों पहले अध्यापक संघ के अध्यक्ष अनिल पटेल ने की थी, जिस पर मैनें अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए डिप्टी कमिश्नर ट्रायवल को भेज दिया था।
आर.के. श्ऱुति
सहायक आयुक्त
आदिवासी विकास विभाग, शहडोल
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मैं अभी भोपाल में हूं, मेरे पास रीवा एवं उमरिया का भी प्रभार है, वर्क लोड ज्यादा है, सहायक आयुक्त ने जो शिकायत भेजी है, इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। शिकायत मिलने पर उचित कार्यवाही की जायेगी।
जगदीश सरवटे
संभागीय उपायुक्त
आदिवासी विकास विभाग, शहडोल

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