पीएम उषा योजना से छात्रों की गुर सिखा रहे PSNSU के कुलगुरु
शहडोल। प्रधानमंत्री उषा योजना (PM Usha Scheme) के तहत युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य, आत्मरक्षा और व्यक्तित्व विकास की दिशा में तैयार करने का महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल में इसी योजना के अंतर्गत 1 से 15 सितंबर तक “द आर्ट ऑफ इनर ट्रांसफॉर्मेशन” शीर्षक से योग और आत्मरक्षा का 15 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। इस पहल से 300 से अधिक छात्र-छात्राएं लाभान्वित हुए, जिन्होंने प्रतिदिन दो घंटे योगासन, ध्यान, प्राणायाम और कराटे आधारित आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त किया।
कुलपति की पहल बनी प्रेरणा
इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमाशंकर ने व्यक्तिगत रूप से इस योजना को बढ़ावा देने की पहल की। उन्होंने न केवल प्रशिक्षण शिविर के आयोजन की जिम्मेदारी ली बल्कि प्रतिदिन विद्यार्थियों से संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित भी किया। कुलपति का मानना है कि “शिक्षा का वास्तविक अर्थ तभी पूर्ण होता है जब उसमें छात्रों का शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास शामिल हो। प्रधानमंत्री उषा योजना इसी सोच को साकार कर रही है।”
छात्रों ने भी माना कि कुलपति की सक्रियता और उत्साह ने उन्हें इस शिविर में जुड़ने और पूरे मन से अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया।
प्रोफेसर रचना दुबे की अहम भूमिका
इस शिविर के सफल संचालन में विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापक और पीएम उषा योजना की समन्वयक डॉ. रचना दुबे (मिश्रा) की भूमिका सराहनीय रही। उन्होंने पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की और महिला छात्राओं की सुरक्षा व आत्मरक्षा पर विशेष ध्यान दिया। डॉ. रचना दुबे ने कहा कि “आज की छात्राओं को सिर्फ अकादमिक ज्ञान ही नहीं बल्कि आत्मविश्वास और आत्मरक्षा की कला भी सीखनी जरूरी है। इस शिविर से लड़कियों में नया आत्मबल और साहस विकसित हुआ है।”
प्रतिभागी छात्राओं ने भी स्वीकार किया कि रचना दुबे के मार्गदर्शन से उन्हें आत्मरक्षा तकनीकों को गहराई से समझने और आत्मविश्वास बढ़ाने का अवसर मिला।
छात्रों का बहुआयामी विकास
योग और आत्मरक्षा के संयोजन से छात्रों ने न केवल शारीरिक रूप से मजबूती प्राप्त की बल्कि मानसिक रूप से भी संतुलित रहने की कला सीखी। प्रशिक्षकों का कहना है कि यह शिविर छात्रों को एक स्वस्थ और अनुशासित जीवनशैली की ओर प्रेरित करेगा।
भविष्य की योजनाएं
कुलपति प्रो. रमाशंकर ने आश्वासन दिया कि आने वाले समय में ऐसे शिविरों को और बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “हमारा लक्ष्य है कि विश्वविद्यालय का हर छात्र आत्मविश्वासी, अनुशासित और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बने। प्रधानमंत्री उषा योजना हमें इस दिशा में नई ऊर्जा प्रदान कर रही है।”
कुलपति के मार्गदर्शन में बदल रही तस्वीर
कुलपति प्रो. रमाशंकर ने आश्वासन दिया कि आने वाले समय में ऐसे शिविरों को और बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “हमारा लक्ष्य है कि विश्वविद्यालय का हर छात्र आत्मविश्वासी, अनुशासित और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बने। प्रधानमंत्री उषा योजना हमें इस दिशा में नई ऊर्जा प्रदान कर रही है।”
कुलपति प्रो. रमाशंकर और प्रोफेसर रचना दुबे की दूरदर्शिता और मेहनत से शहडोल विश्वविद्यालय का यह 15 दिवसीय योग एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर न केवल सफल रहा बल्कि छात्रों के जीवन में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार भी हुआ। प्रधानमंत्री उषा योजना के तहत हुई यह पहल भविष्य में शिक्षा के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।