पंडित शम्भूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय में आज भी लग रही नियमित ऑनलाइन क्लासेस,विद्यार्थी हो रहे लाभन्वित

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शहडोल।ऑनलाइन कक्षा में शामिल होना विद्यार्थियों के जीवन का नया अनुभव है। कोरोना काल में यह उदाहरण अब कारगर साबित हो रहा है शिक्षक द्वारा कक्षा शुरू करने से पहले हाजिरी लेते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद से इन दिनों में स्कूल और कॉलेज जाना बंद हो गए पहले कही बस का इंतजार तो कही स्वयं के साधन से समय पर पहुचने की रोज से अब राहत मिली है स्कूल और कॉलेज में पहुचने के लिए लगने वाले समय से अब कुछ दूरिया बनी है।अब बस सुबह 8 बजे के बाद meet लिंक आने का इंतजार रहता है।और लिंक आते ही सर की क्लास चालू हो जाती है। वही विद्यार्थियों में कुछ के पास लैपटॉप तो ज्यादातर मोबाइल पर ही क्लास अटेंड करते हैं। जैसे ही ऑनलाइन कक्षा शुरू होती है, शिक्षक हाजिरी लेते हैं और जुड़ने वाले हर दिन अपनी ऑनलाइन हाजिरी देते हैं। और फिर क्लासेस चालू हो जाती है।

 

 

2 विषयों की लगती नियमित क्लास
जी हां हम बात कर रहे हैं पंडित शम्भूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल कि जहां ऑनलाइन की नियमित क्लास चलने का यहां एम ए हिंदी तृतीय सेमेस्टर के 2 विषयों की नियमित क्लास लग रही है । जहा भाषा विज्ञान और हिंदी साहित्य का इतिहास जैसे विषयों पर  अतिथि विद्वान शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच होने वाले संवाद में बढ़ते रुझान का है। यहा विद्यार्थियों में क्लास रूम में संयुक्त रूप में प्रश्न करने की अपेक्षा ऑनलाइन क्लासेज में बढ़ चढ़ कर शिक्षकों से सवाल किए जाते हैं। जिससे बच्चो के अंदर की जिझक भी दूर होती नजर आ रही है।

 

ऑनलाइन क्लास पर सवाल जबाब पर,बढ़ रहा उत्साह

लॉक डाउन के बाद से ही लग रही ऑनलाइन क्लासेस में एम ए हिंदी तृतीय सेमेस्टर के नियमित दो विषयों पर लगने वाली यह क्लास में पहले विषय भाषा विज्ञान पर सुबह 8:40 से शुरू होकर 9:20 तक संचालित की जाती है जिसमें अतिथि विद्वान योगेश कुमार तिवारी के द्वारा यह क्लास नियमित रूप में ली जा रही है जिसमें दर्जन भर से ज्यादा विद्यार्थियों के जुड़ने से विद्या अध्ययन से सवाल जबाब कर इस विषय पर लाभान्वित हो रहे हैं वही 9:20 से 10:00 तक चलने वाली हिंदी साहित्य का इतिहास जोकि अतिथि विद्वान ओमप्रकाश तिवारी के द्वारा ली जा रही है ।इस बढ़ते उत्साह को देखकर ऑनलाइन क्लास से जुड़ने वाले विद्यार्थियों के सवाल पूछने की जीझक दूर हो कर उत्साह बढ़ रहा है।

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