रेडक्रॉस सोसायटी शहडोल को मिली नई ऊर्जा: डॉ. राजेश पांडे की नियुक्ति से प्रशासनिक कार्यों को मिलेगी गति
शहडोल। जिला शहडोल की रेडक्रॉस सोसायटी के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कलेक्टर एवं जिला रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. केदार सिंद्र ने डॉ. राजेश कुमार पांडे को जिला रेडक्रॉस सोसायटी शहडोल का सचिव नियुक्त किया है।
भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा रेडक्रॉस सोसायटी के गठन एवं प्रबंधन हेतु 29 अगस्त 2009 को जारी निर्देशों के तहत यह नियुक्ति की गई है। नियम 5, अध्याय 06 के अंतर्गत सचिव की नियुक्ति का प्रावधान है, जिसमें सोसायटी के प्रशासनिक प्रबंधन और दैनिक कार्यों के संचालन हेतु सचिव की भूमिका अहम मानी जाती है।
डॉ. राजेश पांडे, जो कि एक वरिष्ठ सेवानिवृत्त सर्जन हैं, पूर्व में जिला चिकित्सालय शहडोल के प्रमुख पदों पर रहते हुए विभिन्न प्रशासनिक दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन कर चुके हैं। शहडोल संभाग के ख्यातिप्राप्त चिकित्सा विशेषज्ञों में गिने जाने वाले डॉ. पांडे अपने सरल स्वभाव, सेवा भावना और मजबूत जनसंपर्क के लिए भी जाने जाते हैं।
डॉ. पांडे की इस नियुक्ति पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री रविकांत त्रिपाठी, पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. मुकेश तिवारी, वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष श्री घनश्याम जायसवाल, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजसेमानी, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश मिश्रा सहित नगर के प्रमुख समाजसेवी, जनप्रतिनिधि एवं विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े जनपद स्तरीय नेता एवं अधिकारियों ने डॉ. पांडे को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं तथा उनके नेतृत्व में संस्थान के नवाचार और विस्तार की आशा जताई है।
इस नियुक्ति के लिए कलेक्टर डॉ. केवार सिंद्र और जिला प्रशासन को भी सामाजिक संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों की ओर से शुभकामनाएं एवं साधुवाद प्राप्त हो रहे हैं।
यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। आदेश की प्रति संभागीय आयुक्त शहडोल, इंडियन रेडक्रॉस म.प्र. शाखा भोपाल, सीईओ जिला पंचायत शहडोल, सीएमएचओ शहडोल सहित संबंधित विभागों को सूचनार्थ प्रेषित की गई है।
रेडक्रॉस के विकास को मिलेगा नया आयाम
डॉ. पांडे के अनुभव और समर्पण से न केवल संस्था के प्रशासनिक कार्यों में नई ऊर्जा आएगी, बल्कि स्वास्थ्य शिविरों, रक्तदान, आपातकालीन सेवाएं और अन्य मानवीय सेवा कार्यों को भी गति मिलने की उम्मीद है।