पशुपालकों के लिए राहत: अब घर बैठे कराएं पशुओं का उपचार, अनूपपुर में चलित पशु चिकित्सा इकाइयों की सुविधा शुरू

गिरीश राठौड़
पशुपालकों के लिए राहत: अब घर बैठे कराएं पशुओं का उपचार, अनूपपुर में चलित पशु चिकित्सा इकाइयों की सुविधा शुरू
अनूपपुर /जिले में पशुपालकों के लिए एक बड़ी और राहतभरी सुविधा शुरू की गई है। अब पशुपालकों को अपने बीमार मवेशियों का उपचार या कृत्रिम गर्भाधान कार्य करवाने के लिए दूर-दराज की पशु चिकित्सालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। पशुपालन एवं डेयरी विभाग अनूपपुर द्वारा जिले के सभी विकासखंडों में चलित पशु चिकित्सा इकाइयाँ तैनात कर दी गई हैं, जो घर-घर जाकर पशु उपचार, कृत्रिम गर्भाधान और टीकाकरण जैसी सेवाएं देंगी।इस सेवा का लाभ उठाने के लिए पशुपालकों को केवल सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे के बीच 1962 डायल करना होगा। कॉल करने पर चलित चिकित्सा इकाई पशुपालक के घर पहुँचकर आवश्यक चिकित्सकीय सेवा प्रदान करेगी। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सा सुविधाओं की सुलभता बढ़ाने तथा पशुपालकों को त्वरित सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।वर्तमान में अनूपपुर जिले में कुल 6 चलित पशु चिकित्सा इकाई वाहन कार्यरत हैं। प्रत्येक वाहन में एक पशु चिकित्सक एवं पैरावेट कर्मचारी मौजूद रहते हैं, जो प्रशिक्षित होकर गाय, भैंस, बकरी सहित पालतू जानवरों के उपचार का कार्य करते हैं। चलित इकाइयों के माध्यम से बीमार पशुओं का उपचार, कृत्रिम गर्भाधान और अन्य पशु चिकित्सा सेवाएं दी जा रही हैं।सेवा शुल्क की बात करें तो गाय, भैंस और बकरी जैसे पशुओं के लिए प्रति पशु 150 रुपये तथा श्वान (कुत्ता) व बिल्ली के लिए 300 रुपये प्रति पशु निर्धारित किया गया है। इस सेवा के तहत ग्रामीण अंचलों के पशुपालकों को न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि पशुओं को तत्काल उपचार मिलने से उनकी जान भी बचाई जा सकेगी।उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग, अनूपपुर ने जिले के समस्त पशुपालकों से अपील की है कि वे इस सेवा का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपने पशुओं का उपचार अब बिना किसी परेशानी के घर बैठे ही
करवाएं।