कार्मेल कान्वेंट की टॉपर बनी रिजवी, 12th में 94% के साथ बेटियों का बढ़ाया मान, बधाइयों का लगा ताता
कार्मेल कान्वेंट की टॉपर बनी रिजवी, 12th में 94% के साथ बेटियों का बढ़ाया मान, बधाइयों का लगा ताता
अनूपपुर। जिले के विवेक नगर (अमलाई) में निवास करने वाले मिनिश रिजवी ने सीबीएसई बोर्ड 12th के एग्जाम पर अमिट छाप छोड़ते हुए 94% लकार बेटियों का मान बढ़ाने का काम किया है। निश्चित रूप से यह कार्मल कान्वेंट स्कूल के लिए बड़े गर्व की बात है कि इस वर्ष सीबीएसई बोर्ड के 12th या 10th के परीक्षा में बेटियों ने बाजी मारी है। यह समाज को एक आईना है कि पुत्र हो या पुत्री अगर उन्हें सही दिशा दिखाई जाए तो वह पुत्र के बराबर कारनामा कर सकती है । इसका जीता जागता उदाहरण विवेक नगर जैसे छोटे से ग्राम पंचायत में रहने वाली मिनिश रिजवी , अमलाई से अन्यया ओटवानी , 10th में डॉक्टर विशाल पुरी की पुत्री प्रांशा पुरी तीनों ही बच्चियों ने सीबीएसई बोर्ड के एग्जाम पर अपने उपस्थित न सिर्फ जिले की बल्कि प्रदेश में अपनी पहचान बनाने की सफलता अर्जित की है।इन बेटियों को देखकर आने वाले समय में कई माता-पिता अपने बच्चियों को आगे बढ़ाने में मिल का पत्थर साबित कर सकते हैं ,और पुत्र पुत्री के फर्क को भी मिटा सकते हैं। मीनिश रिजवी की बात की जाए तो उनकी बड़ी बहन भी कार्मल कान्वेंट स्कूल से विगत वर्ष टॉप करते हुए 95% हासिल की थी वहीं इस बार सीबीएसई बोर्ड के 12th के एग्जाम में रिजवी ने 94.5 अंक हासिल करते हुए टॉप की स्थिति पर रही है। कहते हैं कि शिक्षा से बढ़कर कुछ नहीं होता है और लगन से इसे निभाया जाए तो कोई अनपढ़ मां-बाप भी अपने बच्चों को शीर्ष पर बैठा सकते हैं ।इसका ताजा उदाहरण आपके सामने मिनीश रिजवी के पिता कमर रिजवी ने आज तक 5th का एग्जाम भी नहीं दिए हैं। लेकिन अपनी दोनों बेटियों को पढ़ने लिखने मैं कोई कमी नहीं होने दी , उनका कहना है कि मैं तो पढ़ा लिखा नहीं था लेकिन मेरी श्रीमती जेबा रिजवी ने बच्चों के ऊपर पूरा ध्यान लगाते हुए पूरी जिम्मेदारी उठाकर उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचाया है कि एक बच्ची इंदौर में जॉब पर है, वहीं दूसरी बच्ची ने उनका मान बढ़ाते हुए 94% लाकर सम्मान दिलाया है ।कभी-कभी लगता था कि मेरे कोई पुत्र नहीं है लेकिन अपनी बेटियों के लगन और मेहनत को देखकर मुझे आज उन पर गर्व हो रहा है और मुझे पुत्र न होने का कोई अफसोस भी नहीं है। मैं चाहता हूं कि मेरी बच्चिया देश सेवा में अपना जीवन आगे आगे बढ़ाते रहें।
बच्चियों की सुरक्षा सिर्फ शिक्षा से की जा सकती है
वही श्रीमती जेबा रिजवी का कहना है कि बच्चियों के पढ़ाई लिखाई में किसी प्रकार की कोई कमी ना हो इसके लिए हर माता-पिता को जितना हो सके उनके साथ दोस्ताना व्यवहार रखना चाहिए और समय-समय पर उनको गाइड करते रहना चाहिए जैसा कि उनके द्वारा एक टाइम टेबल निर्धारित करने के साथ विशेष रूप से शिक्षा के अड़चनों पर उन्हें गाइड करती थी , साथ ही समय का विशेष ख्याल बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है इस तरह से उन्होंने अपने खुशी के आंसू छलकाते हुए एक तपस्या जैसी कहानी बताई कि अपनी बेटियों के लिए उन्होंनेअपने अनेक सुखों को त्याग करते हुए ध्यान दिया है क्योंकि बेटियों की सुरक्षा मां ही समझ सकती है, कि उनके ना रहने के बाद उनकी रक्षा उनकी शिक्षा ही कर सकती है इसलिए उन्हें इस तरह से शिक्षित कर दिया जाए की मन में कोई भ्रम न रह जाए कि मेरी बेटी किसी से कमजोर है और इसी चाहत ने आज दोनों बेटियों को निश्चित रूप से एक मुकाम तक पहुंचा दिया है यह बात बताते हुए उनके आंखों में खुशी के आंसू छलक रहे थे।
बेटियो को मिल रही प्रशंसा
जी हा मिनिश रिजवी क्षेत्र के जाने-माने समजसेवी स्वर्रगीय अजहर रिजवी की भतीजी हैं और अमलाई में ही निवास स्थान भी । परिजनों का कहना है कि इन्होंने हमारे खानदान का नाम और मान बढ़ाया है वही क्षेत्र के समाज सेवी पार्षद पवन चीनी, श्रीमती सुंदर बाई विश्वकर्मा, किरण मौर्य, अर्चना अजय यादव, संतोष कुमार टंडन, रियासत अली, राजू सेठ, सुनील ओटवानी ,सचिन पूरी, विशाल पुरी, दीपक सिंह, राजपूत रॉयल संगठन के पदाधिकारी राकेश कुमार रक्कू ,विवेक नगर के उपसरपंच संतोष आदि सैकड़ो लोगों ने भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए शुभकामनाएं दी है।