रूठी वर्दी: 8 साल से फरारी के दौरान 3 बार कलेक्ट्रेट में भरा था किशोरी ने नामांकन

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(Amit Dubey+8818814739)

शहडोल। रविवार की देर रात शहडोल ही नहीं बल्कि अविभाजित शहडोल संभाग व विंध्य में कोल कारोबारी और राजनैतिक छवि रखने वाले पण्डित किशोरी लाल चतुर्वेदी को शहडोल पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया और उसे ब्यौहारी थाने ले जाया गया। अगले दिन आज सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्रेसनोट जारी हुआ, जिसमें पं. किशोरी लाल चतुर्वेदी को 5 हजार रूपये का ईनामी बदमाश और 8 साल से फरार होना बताया गया। जाहिर है जिस टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है, विभाग द्वारा उन्हें ईनाम से नवाजा भी जायेगा। किशोरी लाल चतुर्वेदी पर गंभीर धाराओं पर अपराध दर्ज है, पुलिस के रिकार्ड को खंगाले तो, पूर्व में भी किशोरी के ऊपर दर्जनों मामले दर्ज हैं। हालाकि यह जांच का विषय है कि कितने मामले खत्म हो गये हैं और कितने जिंदा है। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद अपनी पीठ खुद ही थप-थपा ली, कोयले के कारोबार के साथ ही करीब डेढ़ दशक से किशोरी लाल चतुर्वेदी सक्रिय राजनीति में भी थे, जाहिर है इस दौरान सैकड़ों का भला किया होगा और राजनीति के साथ ही सामाजिक कार्यक्रमों में वे सीधे तौर पर आमजनता से जुड़े रहे।


रूठी वर्दी या फिर कुछ और

पुलिस के द्वारा जारी प्रेसनोट में यह बताया गया कि पं. किशोरी लाल चतुर्वेदी के ऊपर 18 अप्रैल 2016 को कोयले का अवैध परिवहन करते हुए ब्यौहारी पुलिस ने उसकी ट्रक पकड़ी थी, बिल्टी फर्जी निकली, जिस कारण 420, 467,468, 471, 34 ताहि के तहत आईपीसी में मामला दर्ज हुआ, वहीं वाहन में लोड कोयला चोरी का होने के कारण 21/4 खनिज अधिनियम का अपराध भी कायम हुआ। प्रेसनोट में यह भी बताया गया कि उसकी गिरफ्तारी की गई है, जो वार्ड क्रमांक 13 थाना बुढ़ार का निवासी है। आमतौर पर देखा जाता है कि पंचायत, नगरीय निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनावों से ठीक पहले शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए शहडोल ही नहीं, पूरे देश भर की पुलिस ऐसे अपराध और फरार अपराधियों को सूची बनाती है, उन्हें गिरफ्तार करती है, 107/16 या फिर इस तरह की अन्य अभियान चलाकर आरोपियों की धरपकड़ की जाती है, 18 अप्रैल 2016 से 13 मई 2024 के बीच हर तरह के लगभग 2-2 चुनाव संपन्न हो गये और अधिसूचना जारी होने से पहले और बाद में व्यापक अभियान भी चलाये, लेकिन उन सब अभियानों से तथाकथित ईनामी बदमाश पुलिस की नजर से कैसे बच गया। क्या तमाम अपराधों के साथ पुलिस का रूठना भी आवश्यक तौर पर कार्यवाही के लिए आवश्यक हो गया है।


तीन बार कलेक्ट्रेट पहुंच भरा था नामांकन
पं. किशोरी लाल चतुर्वेदी कोयले के कारोबार के साथ ही सक्रिय राजनीति में भी रहे हैं, 2010 के दौरान हुए जिला पंचायत चुनावों में जिला पंचायत वार्ड क्रमांक-4 विकास खण्ड जयसिंहनगर से वे जिंप सदस्य चुने गये थे और इसके बाद उपाध्यक्ष भी चुने गये, 2015 तक वह शहडोल जिला पंचायत के उपाध्यक्ष रहे, इसके बाद हुए चुनावों में उन्होंने अपना क्षेत्र बदला और वार्ड नंबर 9 बकहो क्षेत्र, बुढ़ार जनपद से जिंप सदस्य चुने गये, जिसके ठीक एक साल बाद अप्रैल 2016 में उनके ऊपर गंभीर मामले दर्ज हुए और पुलिस रिकार्ड पर यकीन करें तो, जिला पंचायत सदस्य रहने के दौरान वह फरार थे, दूसरी तरफ जिला पंचायत के रिकार्ड इस बात के गवाह हैं कि इस दौरान वे न सिर्फ जिंप की बैठकों में लगातार शामिल हुए, बल्कि तत्कालीन कलेक्टर, कमिश्नर, पुलिस अधीक्षक के साथ तमाम बैठकों में शिरकत भी करते रहे। बकहो से चुनाव लडऩे के दौरान वे भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी थे, हालाकि ठीक इसके बाद उन्होंने भाजपा छोड़ दी और 2018 के विधानसभा चुनावों में सपाक्स पार्टी का दामन थाम कर अनूपपुर जिले के कोतमा से विधानसभा चुनाव भी लड़ा। इन चुनावों में पं. किशोरी लाल को बड़ी हार का मुंह देखना पड़ा। हार के साथ ही इन्होंने सपाक्स भी छोड़ दी और 2022 में कांग्रेस में शामिल होकर शहडोल के जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 12 से चुनाव लड़ा, संभवत: 26 मई से 06 जून 2022 के बीच कलेक्ट्रेट शहडोल पहुंचकर तत्कालीन एडीएम अर्पित वर्मा को अपना नामांकन अपने हाथों से सौंपा। इस चुनाव में भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा, हालाकि इसके बाद के विधानसभा के चुनाव 2023 में शहडोल छोडक़र वे कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल के लिए कांग्रेस का प्रचार करते हुए देखे गये।

रविवार की देर शाम गिरफ्तारी के बाद सोमवार को पं. किशोरी लाल चतुर्वेदी को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। अगले दिनों में चतुर्वेदी मऊ जेल में रहेंगे और जमानत की अगली याचिका एडीजे कोर्ट में प्रस्तुत होगी। यह भी बताया गया कि 2016 में मामला दर्ज हुआ था और अभी तक 8 सालों में पुलिस ने चालान ही पेश नहीं किया। यही नहीं उस पर ईनाम तो घोषित किया गया, लेकिन आरोपी को फरार या स्थाई फरार घोषित नहीं किया गया।

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