समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने की मांग,पोर्टल पर डिस्प्ले हों सरकारी खर्च के बिल,शहडोल में ड्रायफ्रूट और पेंट घोटाले के बाद सरकारी सिस्टम में पारदर्शिता जरूरी
भोपाल। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज यादव ने मप्र के सरकारी विभागों में होने वाले खर्च के पूरे बिल-वाउचर संबंधित विभाग के पोर्टल पर (पब्लिक डोमेन में) डिस्प्ले करने की मांग की है। भोपाल में सपा के प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डॉ. यादव ने कहा कि शहडोल में ड्रायफ्रूट घोटाला और पेंट घोटाला सामने आने के बाद ये जरूरी हो गया है कि जहां सरकारी पैसा खर्च हो उसके व्यय से संबंधित पूरे दस्तावेज पब्लिक डोमेन में रहें।डॉ. यादव ने कहा कि शहडोल जिले में ऐसे मामले सामने आए, जिसमें चार लीटर पेंट को पोतने के लिए 150 से ज्यादा लेबर लगाई गई। अधिकारी अगर जाते हैं तो उनके लिए 14 किलो ड्राईफ्रूट का बिल लगाया जाता है। इससे समझ में आता है कि सरकारी पैसे का किस तरह से बंदर बांट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चाहे नेता हो या अधिकारी। किसी भी दौरे पर जाएं तो उनके स्वागत में जो पैसा खर्च हो रहा है उसकी जानकारी पब्लिक डोमेन में आनी चाहिए। सरकारी विभागों में हो रहे खर्च का लेखा-जोखा भी आना चाहिए।
सांसद पर एक्शन ले भाजपा
डॉ. यादव ने कहा कि भाजपा महिला सशक्तिकरण की बात करती है। सशक्त महिलाओं के सम्मान की बात करती है। मोदी जी भोपाल में आकर महिला सशक्तिकरण सम्मेलन करते हैं, लेकिन यदि कोई महिला आवाज उठाती है तो उस आवाज को दबाया जाता है। भाजपा के सांसद हमारी गर्भवती बहन के बारे में कहते हैं कि आपको उठवा लिया जाएगा। उनको धमकी दी जाती है कि अगर रोड ठीक नहीं है तो भी आपने अपनी बात कही क्यों? उन्होंने कहा कि यही भाजपा का असली चाल-चरित्र और चेहरा है। सांसद का दोबारा बयान आया, उसमें भी वे माफी मांगने की बजाय अपने बयान पर कायम रहने की बात कर रहे हैं। सांसद को उस बहन से माफी मांगनी चाहिए। यदि वे माफी नहीं मांगते हैं, तो भाजपा को अपने सांसद पर कार्यवाही करनी चाहिए।
उमा भारती को सम्मेलन में नहीं बुलाया
डॉ. यादव ने भोपाल में आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को नहीं बुलाने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि उमा भारती पिछड़े वर्ग से आती हैं। उनको सम्मेलन में नहीं बुलाया जाता, तवज्जो नहीं दी जाती है। क्या यही भाजपा की ट्रेनिंग है। पार्टी के मंत्री और नेता पहले भी महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां कर चुके हैं।