घुनघुटी वन परिक्षेत्र डॉक्टर नदी से निकाल रहा रेत

वनपरिक्षेत्र में हो रही रेत चोरी, जिम्मेदार का संरक्षण
(अमित दुबे) – 7000656045
घुनघुटी। वन परिक्षेत्र घुनघुटी के अंतर्गत आने वाली छोटी-बड़ी नदियों से रेत निकासी का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है आए दिन सुबह-शाम ट्रैक्टर में रेत की आवाजाही देखी जा सकती है। स्थानी निर्माण व रेलवे के निर्माण कार्य में भी चोरी की रेत उपयोग की खबरे लगतार आ रही ह, ऐसा भी नहीं कि इसकी सूचना डिप्टी रेंजर को ना हो लेकिन इस अवैध रेत कारोबार को इनकी मूक सहमति मिल रही है।
फॉरेस्ट विभाग में रेत चोरी का यह पहला मामला नहीं है अन्य क्षेत्रों में भी रेत चोरी बदस्तूर जारी है, ऐसे ही ग्राम रौंगढ़ में भी नदी नालों से डॉक्टर नामक व्यक्ति ने अपनी पकड़ बना रखी है, रेत चोरी करने में स्थानी विभागीय कर्मचारी का पूरा सहयोग मिल रहा है, इस ओर भी वन विभाग के कारिंदों ने अपनी मूक सहमति बना रखी हुई है, शाम ढलते ही यहां के गांव की सड़कों व पगडंडियों पर ट्रैक्टर व डग्गी से रेत से भरी गाडिय़ां दौड़ती देखी जा सकती है।
वन विभाग के परिक्षेत्र में बह रही छोटी-बड़ी नदियां व नालों को रेत के अवैध कारोबारी ने खोद-खोद कर इनके प्राकृतिक स्वरूप को बुरी तरह छेड़ रखा है, जिसके चलते वनों में बहने वाली नदियां अपना अस्तित्व खोते नजर आ रही है, इनकी वजह से ही गांव के मवेशियों और जानवरों को आने वाले समय में पीने के लिए पानी नहीं मिल पाता, जहां यह जानवर रिहायशी बस्तियों और गांव के बसाहट क्षेत्रों में घुस आते हैं और फिर मवेशियों को कहीं पालतू जानवरों को अपना शिकार बनाते हैं, कभी-कभी यह घर से ही इंसानों को ही उठा लेते हैं, वही कुछ दिन पूर्व ब्यौहारी आखेटपुर क्षेत्र में यह घटना सुनने को मिली है।
डीएफओ को लेना चाहिए संज्ञान उमरिया क्षेत्र में घुनघुटी परिक्षेत्र ही नहीं आसपास की बहने वाली छोटी-बड़ी नदियां भी अपने हाल पर आंसू बहा रही हैं, जहां के बाघन्नारा, कचोदर और गांधीग्राम में भी रेत की अवैध निकासी चरम पर है, इसकी सूचना ग्रामीणों ने कई बार रेंजर व डिप्टी रेंजर को भी दी, लेकिन कोई कार्यवाही आज तक नहीं की गई। वहीं उमरिया जिले के ग्राम रौगढ़, शाहपुर, मालचुआ में भी फॉरेस्ट विभाग की नदियों से रेत चोरी धड़ल्ले से चल रही है। ग्रामीणों ने समाचार के माध्यम से उमरिया जिले के डीएफओ से औचक निरीक्षण करने की मांग की है।