Madhya Pradesh में उपचुनाव के लिए सिंधिया एक्टिव तो कांग्रेस साइलेंट मोड में
भोपाल । मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की बिसात बिछाई जाने लगी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया एक्टिव हो गए हैं और सोमवार को उन्होंने वर्चुअल रैली के जरिए चुनावी बिगुल फूंक दिया है. वहीं, कांग्रेस में अभी भी मंथन का दौर जारी है और पार्टी नेता साइलेंट मोड में नजर आ रहे हैं. हालांकि, कमलनाथ ने उपचुनाव वाली सीटों पर प्रभारी नियुक्त किए हैं, लेकिन बीजेपी जैसी सक्रियता नहीं दिख रही है। सूबे में कुल 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में 22 कांग्रेस विधायकों द्वारा इस्तीफे देने से रिक्त हुई हैं जबकि 2 सीटे विधायकों के निधन के चलते खाली हुई हैं. कांग्रेस को इन 22 विधानसभा क्षेत्रों में उसे नए तरीके से पार्टी खड़ी करनी है. ये वही विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां के कांग्रेसी विधायकों ने इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा है और उसके बाद प्रदेश में शिवराज के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने के बाद ग्वालियर-चंबल इलाके में कांग्रेस का संगठनात्मक ढांचा चरमरा गया है. ऐसे में कांग्रेस के लिए सिंधिया के गढ़ में नए सिरे से पार्टी को खड़ा करना चुनौती बन गया है. ग्वालियर-चंबल इलाके की 16 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं, जिसे देखते हुए शिवराज कैबिनेट में इलाके से अच्छा खासा प्रतिनिधित्व दिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उपचुनाव वाले क्षेत्रों में वर्चुअल रैली के जरिए सियासी माहौल बनाना शुरू कर दिया है. सोमावर को तीन विधानसभा सीटों पर अलग-अलग तीनों नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर बीजेपी उम्मीदवारों को जिताने की अपील की है. इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधा.
मध्य प्रदेश उपचुनाव की तैयारियों के सिलसिले में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक भोपाल में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्वालियर-चंबल संभाग के नेताओं से वन-टू-वन चर्चा की है. कमलनाथ व वासनिक ने प्रभारियों से पूछा कि सत्ता में वापसी के लिए पार्टी को सभी सीटों पर होने वाला उपचुनाव जीतना होगा, इसलिए इन सीटों पर अबतक की चुनाव तैयारी क्या है? इसका सीधा जवाब न मिल पाने से उनसे कहा गया कि मंडल और सेक्टर पर संगठन को मजबूत बनाएं.