SECL के फोरमैन के हत्या की तो नही थी साजिश…!! देखिए हमले का live video

(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। जिले के अमलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत पुष्पेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी पिता एम.एम. त्रिपाठी उम्र 45 वर्ष निवासी वार्ड 06 रेलवे कालोनी धनपुरी नंवर 03 का पुत्र मनीष कुमार त्रिपाठी थाना में शिकायत दर्ज कराई कि एसईसीएल सोहागपुर में फोर मैन के पद पर अमलाई ओसीएम में पदस्थ हैं, एसईसीएल के द्वारा एसईसीएल के क्वार्टरो का मरम्मत कार्य किया जा रहा है, मेरे भी क्वार्टर का भी मरम्मत कार्य होना था, जो मरम्मत कार्य के लिये नियुक्त ठेकेदार शकील द्वारा मरम्मत कार्य कराया जा रहा है, जिससे मैं दो दिन पूर्व अपने घर के मरम्मत कार्य के दौरान उससे बोला था कि मेरे घर की लकड़ी के गाटर खराब हो चुके है, इस पर नई सीट डालने के बजाये पहले लकड़ी का गाटर बदलवाइये, तब कार्य आगे करना, तब ठेकेटार शकील बोला कि मेरे पास सीट का काम है, लकड़ी के लिये अपने अधिकारी से बात करिये तभी हो पायेगा, मैनें अपने क्वार्टर का काम करने के लिये रोक दिया तो, वह मेरे क्वार्टर के बाद वाले क्वा्टर में मरम्मत कार्य करा रहा था,
सोहागपुर एरिया के बुढ़ार ग्रुप में पदस्थ सिविल अधिकारी आलोक श्रीवास्तव के मातहत मोहन के मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं, शकील नामक ठेकेदार के गुर्गों ने जिस तरह फोरमैन पुष्पेंद्र पार्टी पर हमला किया उसको देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि समय पर कॉलोनी के लोगों ने बीच-बचाव न किया होता तो कथित फोरमैन की हत्या भी हो सकती थी, मारपीट के दौरान मजदूरों के पास बका जैसे लोहे के हथियार भी थे, इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन्होंने पहले से ही मारपीट की योजना बना कर रखी थी ।यह तो अच्छा था कि इस दौरान बका का प्रहार पुष्पेंद्र त्रिपाठी पर नहीं हो सका,जिस कारण उसके शरीर पर गंभीर चोट नहीं आई।
घटना के बाद जिस तरह आलोक श्रीवास्तव डैमेज कंट्रोल जुट गए और खुद फोरमैन के घर जा कर अधिकारियों से शिकायत को वापस लेने और इस मामले में समझौता करने के दबाव डलवाने लगे, तो इस घटना ने इस बात को और बल दे दिया कि कहीं ना कहीं आलोक श्रीवास्तव की शह पर ही शकील और उसके गुर्गों ने सुनियोजित तरीके से फोरमैन पुष्पेंद्र पार्टी पर हमला किया था।
गुरूवार को मैं डियूटी गया हुआ था तो ठेकेदार के लेबरो के द्वारा मेरे घर के किचन की सीट निकालकर मरम्मत कार्य कर रहा था, जिसे मैं ड्यिूटी से करीब 3.30 बजे वापस आने पर रोक दिया, तब वह बाद वाले क्वार्टर में लेवरो को काम करने के लिये बोला, उसके लेवर बगल के क्वार्टर में काम करते हुए उसका मटेरियल मेरे क्वार्टर के सीट के ऊपर रख रहे थे, जिससे उसका कचड़ा मेरे क्वार्टर के अंदर गिर रहा था , जिस पर मैं घर के बाहर आकर उन लेबरो को काम करने से मना किया व अपनी सीट के ऊपर मटेरियल रखने से रोका तो, लेबर और मेरे बीच कहाँ सुनी हुई, जिस पर तीन चार लेबर पकड़कर हाथ-घूसा से मारपीट करने लगे , उसी समय मेरा लड़का मनीष कुमार त्रिपाठी आया और बीच बचाव करने लगा तो, उसके साथ भी हाथापाई कर मारपीट किये, इसी बीच एक लेबर ईट का अध्धा उठाकर मेरे सिर मे मारा, जिससे चोट आकर खून निकलने है , मारपीट करने वाले लेबर द्वारा अभद्रता करते हुए अपशब्द कहने लगे और कहने लगे इसको जान से मारकर निपटा देते है, घटना को अजितेश प्रकाश व उनके घर के लोगों ने भी देखा, मारपीट से मेरे सिर में चोट आई है व मेरे लड़के मनीष के गले मे बाये तरफ व बाये पैर के घुटने मे चोट आकर खून निकला है , मारपीट करने वाले लेबरो को पहचानता हूँ, नाम नही जानता हूँ, पुलिस ने मालमा पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया है।