मुडधोबा पंचायत चला रहा सचिव पुत्र

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पंच परमेश्वर पोर्टल की पादर्शिता को लगा ग्रहण

पंचायत में लगे बिलों, वेण्डरों की जांच की जांच से भ्रष्टाचार होगा उजागर

(Anil Tiwari+7000362359)
शहडोल। संभाग के अनूपपुर जिले की अनूपपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतों द्वारा पंच परमेश्वर ऐप पर पंचायतों द्वारा निर्माण कार्य के डाले गए बिल की कॉपी या तो ब्लर करके डाली जा रही है, जो अपठनीय होती है या बिना जीएसटी नबंर वाले सधारण बिल ही जीएसटी बिल के नाम पर ऑनलाइन भी किए जा रहे हैं। मस्टर रोल भी ऐसे डाले जा रहे हैं, जो पढ़े न जा सके। पारदर्शिता के लिए सही बिल की कॉपी ऑनलाइन करने का प्रावधान है, लेकिन पारदर्शिता के सिस्टम को ही अनूपपुर जनपद की पंचायते पलीता लगा रही हैं।
सचिव पुत्र चला रहे पंचायत
अनूपपुर जनपद की ग्राम पंचायत मुडधोबा पंचायत में सचिव के पद पर राजीव जोशी की पदस्थापना है, लेकिन उनकी जगह उनका पुत्र विनय जोशी पंचायत चला रहा है, ग्राम पंचायत में नियम विरूद्ध भुगतान किये जा रहे हैं, लेकिन कार्यवाही न होने के चलते ऐसे सचिव के हौसले बुलंद है, लगातार पंचायतों से ऐसी फर्माे को भुगतान हुए हैं, जो धरातल पर मौजूद नहीं है, मजे की बात तो यह है कि पंच परमेश्वर पोर्टल पर डाले गये ब्लर बिलों को यह कहकर पल्लाझाड़ लिया जाता है कि स्केनर में समस्या है।
भण्डार क्रय नियमों का पालन नहीं
जिले की अनूपपुर जनपद की दर्जनों पंचायतों में भण्डार क्रय नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई है, गौरतलब है कि पंचपरमेश्वर योजना की राशि पंचायतीराज संचालनालय भोपाल द्वारा ग्राम पंचायत के विकास के लिए पंचायतों के खातों में पृथक-पृथक रूप से आती है। जिससे पंचायतें गांव के विकास, निर्माण कार्य व अन्य वित्तीय खर्चों को पूरा करती है। मुडधोबा पंचायत की जिम्मेदारी सचिव पिता ने ऑफ रिकार्ड पुत्र को सौंप रखी है, अगर पंचायत के दस्तावेजों के हैण्डरॉयटिंग की जांच हो जाये तो, इससे स्पष्ट हो जायेगा कि आखिर पंचायत को चला कौन रहा है।
कटघरे में सरपंच-सचिव
ग्राम पंचायतों को सामग्री क्रय करते समय क्रय भंडार अधिनियम का पालन करना होता है। इसके अनुसार 25 हजार से अधिक की सामग्री क्रय करने पर संबंधित फर्मों के कोटेशन निविदा प्रकाशित कर बुलाए जाते हैं, उनका तुलनात्मक अध्ययन कर क्रय आदेश दिए जाते हैं, परंतु इसके विपरीत मुडधोबा पंचायत में सचिव या ऑफ रिकार्ड पंचायत चला रहे सचिव पुत्र द्वारा रचिता मिश्रा की फर्म के बिलों का उपयोग किया है, उसमें एक बिल पर ही 3 लाख 90 हजार का भुगतान कर दिया गया है। ग्राम पंचायत द्वारा बीते वर्षाे में ऐसे कई बिल लगाये हैं, जिनमें नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई है।
मनगढं़त लगाये बिल
ग्राम पंचायत मुडधोबा में पंचपरमेश्वर योजना की राशि का जमकर दुरुपयोग किया गया है। सूत्रों की माने तो सरपंच-सचिव एवं सचिव पुत्र ने नियम विरूद्ध लाखों के भुगतान किए हैं। जिसमें रेत, मुरम, पत्थर, सीमेंट, सरिया के नाम पर लाखों के भुगतान किए गए। बिलों पर जमकर खनिज को बेचा, जबकि खनिजों को बिना रायल्टी के बेचना गैर कानूनी है। मगर पंचायत से फायदे केखातिर सरपंच एवं सचिव पुत्र ने नियम विरूद्ध जहां बिलों पर भुगतान किये हैं, वहीं दूसरी ओर जितनी खरीदी दर्शाई गई है, अगर वाणिज्य कर विभाग ऐसी फर्मों की जांच करे तो, यह भी खुलासा होगा कि जितनी सामग्री पंचायत को वेण्डर ने बेच दी है, उस मात्र ने वेण्डर ने खरीदी ही नहीं की है।

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