विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस विभाग और इलेक्ट्रॉनिक विभाग द्वारा सात दिवसीय विशेष प्रशिक्षण का आयोजन

सुधीर यादव (9407070722)
शहडोल – जिले के पंडित शंभू नाथ शुक्ल विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस विभाग और इलेक्ट्रॉनिक विभाग द्वारा सात दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को नौकरी के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करा रहा है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य छात्रों को उन्नत तकनीकी कौशल से सुसज्जित करना है, ताकि वे भविष्य में इन कौशलों का उपयोग कर सकें। इस प्रशिक्षण के माध्यम से छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) जैसे क्षेत्र में दक्षता प्राप्त हो रही है। विश्वविद्यालय का मानना है कि इस तरह के प्रशिक्षण से छात्र न केवल तकनीकी दुनिया में खुद को स्थापित कर सकेंगे, बल्कि रोजगार के बेहतर अवसरों का भी लाभ उठा सकेंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
इस प्रशिक्षण को पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय और सेडमैप टीम द्वारा किया जा रहा है। यह पहल बच्चों को आगामी तकनीकी युग के लिए तैयार करेगी, जिससे वे भविष्य में होने वाली नौकरी की प्रतिस्पर्धा में खुद को सशक्त महसूस करेंगे। कार्यक्रम के आयोजन से बच्चों में कौशल विकास के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
भविष्य के लिए बच्चों को ट्रेनिंग
नई जॉब स्किल्स प्रोग्राम की शुरुआतस्मार्ट होम ऑटोमेशन सिस्टम में अब लीड बलिंकिंग मॉडल को शामिल किया गया है, जिससे उपयोगकर्ता अपने घर की स्थिति को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं। मेडिसिन अलर्ट प्रणाली के माध्यम से, मरीजों को समय पर दवाइयां लेने की याद दिलाई जाएगी, जो उनकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित होगी। रेंज सेंसर तकनीक का उपयोग घर के भीतर और बाहर की गतिविधियों पर नजर रखने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। स्मार्ट होम में आग का पता लगाने के लिए अब फायर अलार्म सेंसर भी जोड़ा गया है, जो खतरे से पहले अलर्ट करता है। इन स्मार्ट सिस्टम्स के जरिए लोगों के जीवन को और सुरक्षित तथा सुविधाजनक बनाया जा रहा है। इस तरह, स्मार्ट होम का अनुभव और भी बेहतर हो रहा है। विद्यार्थियों ने मशीन लर्निंग (ML) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से पायथन प्रोग्रामिंग को गहराई से समझा और उसका उपयोग करते हुए कई परियोजनाओं पर काम किया। इनमें मॉडल का प्रिडिक्शन करना ,डेटा का एनालिसिस करना और फेस डिटेक्ट करना, ट्रैफिक सिग्नल साइन को डिटेक्ट करना , वॉयस रिकग्निशन मॉडल और फेस रिकग्निशन मॉडल बनाना शामिल था। इसके साथ ही, विद्यार्थियों ने AI, ML और IoT को मिलाकर एक संयुक्त परियोजना तैयार की, जो इन तकनीकों के समन्वय से सटीक और प्रभावी समाधान प्रस्तुत करती है।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और उन्होंने बेहतर तरीके से इन्हें उपयोग करना सीखा। नए जॉब के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम का शुभारंभ पंडित शंभू नाथ विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है,जो भविष्य में बच्चों को नई तकनीकों और स्किल्स के लिए तैयार करेगा। साथ ही साथ इसका उद्देश्य बच्चों को 21वीं सदी की आवश्यक तकनीकी क्षमताओं से अवगत कराना है, ताकि वे आने वाले समय में तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्रों में सफलता हासिल कर सकें।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में माननीय कुलगुरु महोदय प्रोफेसर रामशंकर ,कुलसचिव डॉ आशीष तिवारी, राज्य नोडल अधिकारी पी एम ऊषा डॉ. सुनील सिंह, जिला समन्वयक श्री रवि कुमार वर्मा, आईओटी विशेषज्ञ श्री अभिज्ञानम गिरी तथा एमएल और ए आई विशेषज्ञ श्री रोहित कुकरेजा, कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रमोद कुमार पाण्डेय,डीन ऑफ साइंस प्रोफेसर प्रवीण शर्मा, पीएम उषा प्रभारी डॉक्टर रचना दुबे, समन्वयक डॉ.मनीष ताराम, डॉ. मौसमी कर तथा विश्वविद्यालय के शैक्षणिक स्टाफ डॉ. बलेंद्र गर्ग, श्री संदीप कुमार गुप्ता, सुश्री मोनिका विश्वकर्मा, डॉ. प्रीति पाण्डेय, सुश्री आशुकिरण, श्री पवन जायसवाल, श्री वैभव द्विवेदी, डॉ. नमन शुक्ला, और सुश्री शेफाली तिवारी की अहम भूमिका रही और इसमें विभाग के छात्र – छात्राओं की उपस्थिति थी।यह कार्यक्रम बच्चों के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरा है, और वे इसे अपने भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन के रूप में उपयोग करेंगे।
प्रशिक्षण का प्रमुख उद्देश्य उन बच्चों को बेहतर अवसर देना है जो किसी कारणवश शहडोल से बाहर नहीं जा पा रहे हैं इंजीनियरिंग या उच्च शिक्षा के लिए। कुलगुर जी का कहना है कि यदि आपके पास संसाधन की कमी है तो हम उस संसाधन को हर हाल में आपको प्रदान कराएंगे जो पाठ्यक्रम तकनीकी शिक्षाओं में पढ़ाया जाता है वह हम अपने विश्वविद्यालय में यूजी पाठ्यक्रमों में चला रहे हैं साथ ही साथ इस तरह का प्रशिक्षण प्रदान कराकर कुलगुर जी उनके लिए सफलता के मार्ग को आसान बना रहे हैं। माननीय कुलगुरु जी ने इस कार्यशाला को अत्यंत प्रोत्साहित किया और इस प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक चलाने का संकल्प लिया। यह कार्यशाला विद्यार्थियों को उनके सपना पूरा करने में मदद करेगी।