पुष्पवर्षा, दीपों की रोशनी और हजारों श्रद्धालु…..पीढ़ियों से निभ रही परंपरा, इस बार भी नगर के राजा गणपति बप्पा का विसर्जन बना ऐतिहासिक,बना शहर का यादगार पल धूमधाम और आस्था के सागर में विदा हुए नगर के राजा सिविल लाइन मे विराजमान गणपति बप्पा

पुष्पवर्षा, दीपों की रोशनी और हजारों श्रद्धालु…..पीढ़ियों से निभ रही परंपरा, इस बार भी नगर के राजा गणपति बप्पा का विसर्जन बना ऐतिहासिक,बना शहर का यादगार पल
धूमधाम और आस्था के सागर में विदा हुए नगर के राजा सिविल लाइन मे विराजमान गणपति बप्पा
“विघ्नहर्ता, मंगलमूर्ति, सुख और समृद्धि के दाता श्री गणपति बप्पा जब नगर में विराजमान होते हैं तो हर दिल में भक्ति का दीप जल उठता है। और जब विदाई का क्षण आता है, तो पूरा नगर जयकारों, ढोल-नगाड़ों और आस्था की लहरों में डूबकर उन्हें भावभीनी विदाई देता है। इसी आस्था और श्रद्धा का दिव्य दृश्य कटनी नगर में देखने को मिला, जब सिविल लाइन में विराजमान नगर के राजा गणपति बप्पा का भव्य चल समारोह पूरे धूमधाम से संपन्न हुआ।”
कटनी।। सिविल लाइन में विराजमान नगर के राजा गणपति बप्पा की भावपूर्ण विदाई रविवार की शाम एक ऐतिहासिक और अविस्मरणीय क्षण बन गई। हजारों श्रद्धालुओं की भीड़, जयकारों की गूंज, ढोल-ताशों की थाप और पुष्पवर्षा के बीच पूरे भक्तिभाव से बप्पा जी को विदा किया गया। जैसे ही नगर का विशाल चल समारोह आगे बढ़ा, पूरा कटनी शहर भक्ति और उत्साह की रंगीन रोशनी से जगमगाने लगा। नगर की सबसे प्रमुख धार्मिक धरोहर श्री 1008 दक्षिण मुखी बड़े हनुमान मंदिर, कमानिया गेट में भगवान गणपति की भव्य आरती संपन्न हुई। आरती के दौरान उमड़े श्रद्धालुओं के हुजूम ने मंदिर प्रांगण को आस्था और ऊर्जा से सराबोर कर दिया। शहर के मध्य में अवकाश जायसवाल ने बप्पा का विशेष पूजन-अर्चन कर माहौल को और भी भक्तिमय बना दिया।
चल समारोह जब शहर की सड़कों से गुजरा, तो हर कोना भक्तिगीतों और ढोल-नगाड़ों की गूंज से गुंजायमान हो उठा। जगह-जगह बप्पा के स्वागत में पुष्पवर्षा हुई, श्रद्धालुओं ने अपने घरों के बाहर दीप जलाकर आरती उतारी। हर सड़क पर श्रद्धा और उमंग का अद्भुत संगम दिखाई दिया।
इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनने के लिए पूर्व राज्य मंत्री एवं विजयराघवगढ़ विधायक संजय सतेंद्र पाठक सहित कई जनप्रतिनिधि चल समारोह में शामिल हुए। उनके साथ हजारों श्रद्धालुओं ने भी गणपति बप्पा को विदाई दी।
चल समारोह के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। नगर निगम की ओर से मार्गों पर रोशनी, पानी और स्वच्छता की बेहतरीन व्यवस्था की गई।
यह भव्य आयोजन अग्रवाल परिवार द्वारा विगत कई पीढ़ियों से परंपरागत रूप से संपन्न कराया जा रहा है। परिवार का यह योगदान आज भी नगरवासियों के लिए आस्था और गर्व का विषय बना हुआ है। हर साल की तरह इस बार भी नगरवासियों के दिलों में ‘नगर के राजा’ गणपति बप्पा की विदाई के ये क्षण अमिट छाप छोड़ गए। यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि शहर की एकजुटता, संस्कृति और उत्सवधर्मिता का सबसे जीवंत उदाहरण माना जाता है।
“गणपति बप्पा मोरया… अगले बरस तू जल्दी आ!” – जयकारों के साथ जब नगर के राजा गणपति बप्पा का विसर्जन हुआ, तो हर आँख में भावुकता और हर दिल में अगली वर्ष पुनः बप्पा के आगमन की आस झलक रही थी। पूरे नगर ने एक स्वर में बप्पा से सुख-समृद्धि, शांति और मंगल की कामना की। यह आयोजन केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि कटनी की आस्था, एकता और सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत प्रतीक बन गया।
halehulchal.in के पास इस भावुक विदाई और भव्य चल समारोह के कुछ खास एक्सक्लूसिव वीडियो उपलब्ध हैं, जिनमें बप्पा की आरती, पुष्पवर्षा, दीपों की झिलमिलाहट और हजारों भक्तों का उमंग भरा उत्साह कैद है। यह दृश्य न केवल भक्तिभाव को जीवंत करता है, बल्कि शहर के इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गया है।