तो खोखले निकले कोतमा में ओडीएफ के दावे @ लीपापोती करने पहुंची टीम..!!

अनूपपुर। जिले के कोयलांचल नगरी कोतमा में आज प्रशासन द्वारा ओडीएफ की जांच और इस संदर्भ में जानकारी देने के लिए टीम आने की खबर है, यह बात भी सामने आई कि बीते वर्षो में कोतमा नगर पालिका को ओडीएफ घोषित किया गया था।
ओडीएफ से तात्पर्य यह कि कोतमा नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत समस्त वार्डों में एक भी ऐसा घर या कोई निवासी नहीं है जो खुले में शौच करने जाता हो या फिर सीधी और सरल भाषा में इसे कहे तो कोई भी ऐसा घर नहीं है जहां पर शौचालय का निर्माण उस घर के मालिक या फिर शासन की मदद से न करवाया गया हो ।
बीते वर्षों में ही कोतमा को ओडीएफ की सूची में लाया गया था और यह प्रमाण पत्र भी नगरीय प्रशासन विभाग और प्रदेश सरकार के अन्य विभागों के द्वारा जारी किया गया था कि कोतमा नगर पालिका पूरी तरह ओडीएफ हो चुकी है।
इधर बीते कुछ दिनों से यह चर्चा सामने आई कि प्रशासन के द्वारा किए गए ओडीएफ के दावे पूरी तरह फेल हो चुके हैं, एक दो नहीं बल्कि दर्जनों ऐसे घर तथा यहां रहने वाले वाशिंदे हैं जिनके यहां शौचालय का निर्माण नहीं हुआ है, यही नहीं बड़ी संख्या में लोग खुले में शौच करने भी जाते हैं ।
शिकायत और जांच के बाद यह बातें स्पष्ट हुई और उसके बाद ओडीएफ की सूची से संभवत कोतमा नगर पालिका को बाहर कर दिया गया, इस बीच खबर यह भी आई की अधिकारियों ने निरीक्षण करने वाली टीम के जिम्मेदारों को मैनेज कर लिया ।
अब कोतमा ओडीएफ की सूची वाले निकायों से बाहर नहीं जाएगी, इसी ऊहापोह की स्थिति में बीते 2 से 3 दिनों से यह खबर लगातार सामने आ रही है कि इस मामले का निरीक्षण करने के लिए टीम कोतमा आने वाली है,आज शनिवार को टीम के आने का अंदेशा भी था, इस मामले में क्या हुआ यह तो वही जाने लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि कोतमा के विभिन्न वार्डों में आज भी दर्जनों ऐसे वाशिंदे हैं, दर्जनों ऐसे आवास है जहां या तो शौचालय बना ही नहीं या फिर बना भी तो नगरपालिका के सर्वे और उनके फाइलों तक ही उसका निर्माण और लिखा पढ़ी हो सकी ।
कोतमा जनता को इस बात की गवाह है कि दर्जनों की संख्या में महिलाएं पुरुष बच्चे बुजुर्ग आज भी खुले में शौच करने के लिए जा रहे हैं, आगे क्या होता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन फर्जी दावों की पोल अब शायद सबके सामने आने से बच नहीं पाएगी।