…तो शराब कारोबारियों के इशारे पर चलती है वर्दी

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पुलिसवाला बन की मारपीट, रूपये छीने, थाने लाये और छोड़ दिया

शहडोल। 2 से 3 माह पहले जिस वर्दी के फरमान पर जिले की समस्त शराब दुकानों से पैकारी का चलन बंद हो गया था, समय ने ऐसी करवट ली कि आबकारी पुलिस के साथ थानों की पुलिस भी उन्हीं ठेकेदारों की बिक्री बढ़ाने के लिए महुआ पर कार्यवाही करती नजर आई। बीते 2 महीनों में जिले की पुलिस ने महुआ से कच्ची शराब बनाने वालों के खिलाफ जितनी कार्यवाही की है, उतनी कार्यवाहियां शायद ही बीते वर्षाे में एक साथ हुई हों, नया मामला जिले के अंतिम छोर के देवलोंद का है, जहां शराब कारोबारी के गुर्गे पहले तो, अवैध शराब बेचने के आरोप में युवक के साथ गंभीर मारपीट करते हैं, उसे उठाकर लाने के साथ ही उसकी मां तक से मारपीट की, बुधवार की देर शाम छोटू नामक कथित पीडि़त देवलोंद थाने शिकायत करने भी पहुंचा, लेकिन मामला दर्ज करने की जगह पुलिस ने शराब कारोबारियों से समझौता करवा दिया।
जांच का बनाया बहाना
देवलोंद थाना प्रभारी के.एन. बंजारे ने इस संदर्भ में बुधवार की देर रात बताया कि छोटू नामक युवक शिकायत करने आया है, उसके साथ मारपीट की गई है, लेकिन यह मामला दो दिन पहले का है, उसके साथ एक अन्य युवक भी था, जिसे हमने बुलावा भेजा है, पीडि़त की मारपीट की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिक सूचना रिपोर्ट या फिर एमएलसी तक की जहमत नहीं उठाई, अगले दिन गुरूवार को थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में पीडि़त और शराब ठेकेदार के लोगों के बीच समझौता हो चुका है, इसलिए प्राथमिक सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।
खुद कबूला, की थी मारपीट
देवलोंद स्थित शराब दुकान के संदर्भ में इन्द्रजीत गिरी ने बताया कि सिन्हा इंटर प्राइजेज के नाम पर छत्तीसगढ़ के रायपुर के शराब कारोबारी संतोष सिन्हा के द्वारा संचालित की जा रही है, स्थानीय स्तर पर यहां शराब का काम उसके द्वारा अधिकृत किये गये, इंद्रजीत गिरी नामक युवक द्वारा किया जा रहा है। घटना के संदर्भ में इन्द्रजीत गिरी ने बताया कि छोटू अवैध शराब बेचने का काम करता था, उसे कई बार मना किया, नहीं माना तो, मारपीट की स्थिति निर्मित हो गई। कथित प्रबंधक ने यह भी स्वीकार किया कि छोटू थाने में शिकायत करने गया था, लेकिन फिर हम लोगों के बीच समझौता हो गया।
युवक व मां से मारपीट
गुरूवार को सोशल मीडिया में छोटू नामक कथित युवक की मां का एक बयान सोशल मीडिया में वॉयरल होता रहा, जिसमें वृद्ध महिला शराब ठेकेदार के प्रबंधक इन्द्रजीत गिरी तथा संजय उर्फ संजू द्विवेदी व आनंद जायसवाल सहित चार युवक बुलेरो में आये थे, जो उसके बेटे को उठाकर ले गये, उससे रूपये छीने, विरोध करने पर मां तक से मारपीट की, सभी खुद को पुलिसवाला बता रहे थे, बाद में जब छोटू थाने गया तो, पुलिस ने भी मदद नहीं की। पीडि़त महिला ने सोशल मीडिया में वॉयरल वीडियो में यह भी कहा कि किसी एसआई ने उसके साथ मारपीट की, यह भी खबर रही कि दुकान छत्तीसगढ़ नहीं बल्कि झारखंड के किसी ऋषि बावला के नाम पर है।

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