…..तो बिना ETP के शहर के बीचों बीच संग्रहित है अवैध रेत और गिट्टी
Riport…..Anil Tiwari
शहडोल। तकनीकी के इस युग में जहां रेत के अवैध निकासी को रोकने के लिए पहले पटवारी और बाद में पुलिस ने अपनी जान तक दे दी हो,उस जिले में …उस जिले के मुख्यालय में भारी मात्रा में रेत और गिट्टी का अवैध भंडारण क्या किया जा सकता है, यह समझ से परे है,वैसे भी अब रेत के वैध अवैध का सत्यापन सिर्फ खनिज के जिम्मे नही रहा।
राजस्व के पटवारी से लेकर थाने के एएसआई और जागरूक पत्रकार भी अपने अपने स्तर पर कर ही लेते है,यहां बात शहडोल के इंद्रा चौक से बगिया चौराहे वाले मार्ग पर स्थित अभय कुंज परिसर से सटे पार्किंग स्थल की है,जानकार बताते है की कुछ दिन पहले इसकी शिकायत या सूचना पर खनिज अमला आया था,फिर चाय पीकर रवाना हो गया,जाहिर है इसकी सही जानकारी वही दे सकते है,जैसे कुल रेत कितनी है,किससे और कब किस वाहन में लाकर यहां रखी गई,उस समय की ईटीपी है की नही, कही चोरी की रेत कहीं से लाई और etp कहीं से ऐसा तो नहीं, यह भी पूछा जा सकता है की कोई कितनी मात्रा में रेत रख सकता है,रेत के भंडारण के नियम तो नही तोड़े गए यही नहीं सवाल तो यह भी है की क्या रेत 30 जून के बाद महंगी न हो जाए इसलिए लेकर रख ली।
इसी तरह रेत के साथ रखी गई गिट्टी के बड़े भंडारण पर भी सवाल उठ रहे है। जाहिर है समाचार सामने आने पर जागरूक इसकी जानकारी विभागो से मांगेगे,और विभाग जानकारी देगा भी।
(लगातार…..शेष….अवशेष तक)