समाजसेवा और राजनीति जीवन का लक्ष्य बन गया

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शहडोल। छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लेना अच्छा लगने लगा, बाद में दांपत्य जीवन शुरू होने के पश्चात सामाजिक कार्याे में बढ़-चढ़कर भाग लेने की रूचि निरंतर बढ़ती गई। वृक्षारोपण का आयोजन करना, विकलांग बच्चों को वस्त्र एवं जूते-चप्पल का वितरण करना, रक्तदान करना, रक्तदान के लिए महिलाओं को प्रेरित करना, नेत्रदान करना और महिलाओं को नेत्रदान के लिए उत्साहित करना। ऐसे अनेक सामाजिक कार्याे की वजह से एवं भाजपा महिला मोर्चा में सक्रिय भागीदारी निभाने के कारण समाजसेवा और राजनीति जीवन का लक्ष्य बन गया। यह कहना है श्रीमती निभा गुप्ता का।
कोरोना काल में भी लोगों की मदद
9 मार्च 1974 को अम्बिकापुर में जन्मी एवं बीएएलएलबी की शिक्षा प्राप्त करने वाली श्रीमती निभा गुप्ता होली क्रास कान्वेंट स्कूल अम्बिकापुर की वर्ष 1993-94 में छात्र संघ अध्यक्ष निर्वाचित हुई और वर्ष 1998 में उनका विवाह शहडोल के सुनील गुप्ता के साथ हुआ। राज एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए श्रीमती गुप्ता ने बताया कि कोरोना काल में भी उन्होंने लोगों की मदद की है। शहडोल से गुजरने वाली ट्रेन के यात्रियों को भोजन एवं नाश्ता वितरित करती रही हैं। इसके साथ ही अब तक वे 10 महिलाओं को नेत्रदान करा चुकी हैं।
सामाजिक संस्थाओं में योगदान
दिव्य मुस्कान संस्था की संस्थापक श्रीमती विभा गुप्ता जहां एक ओर जरूरत मंदों की मदद करने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं, वहीं वैश्य महासम्मेलन, महिला विंग की जिलाध्यक्ष रहते हुए 2 साल तक सामाजिक कार्याे में भागीदारी निभाती रही हैं। गरबा नृत्य के आयोजन में उनकी विशेष भूमिका रहती है। केशरवानी महिला सभा की नगर महामंत्री एवं प्रदेश महामंत्री के रूप में भी उन्होंने उत्कृष्ट कार्य किया है। गांधी स्टेडियम एवं हनुमान मंदिर में सीमेंटेड चेयर भी उन्होंने रखवाया है।

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