छठ महापर्व की तैयारी में समाजसेवी पवन चीनी की बड़ी पहल,अमलाई–धनपुरी सीमा क्षेत्र का घाट हुआ साफ़-सुथरा, रेलवे और नगर पालिका ने भी दिया साथ
शहडोल। आस्था और सेवा का संगम एक बार फिर देखने को मिला है। छठ महापर्व की तैयारियों के बीच समाजसेवी पवन चीनी ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अमलाई–धनपुरी सीमा क्षेत्र स्थित पारंपरिक तालाब घाट की साफ-सफाई और मरम्मत का जिम्मा खुद संभाल लिया।भारी बारिश से बिगड़ी थी घाट की स्थिति
अमलाई वार्ड क्रमांक 6, 7, 8, 9 और धनपुरी नगर पालिका के कई वार्डों के श्रद्धालु हर वर्ष इसी घाट पर मिलकर छठ पूजा करते हैं। लेकिन इस वर्ष लगातार हुई भारी वर्षा से घाट की स्थिति बेहद खराब हो गई थी। तालाब का जलस्तर लबालब था, किनारों पर गाद और गंदगी का अम्बार था। वहीं रेलवे की तीसरी लाइन परियोजना के कारण आसपास की सड़कें जर्जर हो चुकी थीं, जिससे श्रद्धालुओं का घाट तक पहुँचना भी मुश्किल हो गया था।
पवन चीनी ने संभाली कमान, शुरू कराया सफाई अभियान
इन विकट परिस्थितियों को देखते हुए पवन चीनी मित्र मंडली के प्रमुख समाजसेवी पवन चीनी ने एक बार फिर सेवा का परिचय देते हुए खुद मोर्चा संभाला।करीब 50 मजदूरों और जेसीबी मशीनों की मदद से घाट की सफाई, जल निकासी और समतलीकरण का बड़ा अभियान चलाया गया।
इस कार्य में रेलवे के ए.डब्ल्यू. अधिकारी अरविंद कुमार और धनपुरी नगर पालिका के पार्षद अरविंद सिंह ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। दोनों अपनी टीमों के साथ मौके पर मौजूद रहे और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कीं।
समाजसेवी पवन चीनी ने कहा कि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो, यही हमारी भक्ति है,छठी माई के पर्व पर माताएं–बहनें निर्जला उपवास रखकर सूर्य देव की आराधना करती हैं। यह हमारा दायित्व है कि उन्हें पूजा के समय किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। यही हमारी सच्ची भक्ति और सेवा है।

रेलवे रोड सुधार के प्रयास भी लाए रंग
गौरतलब है कि पिछले कई वर्षों से रेलवे रोड और स्टेशन परिसर की बदहाली को लेकर पवन चीनी मित्र मंडली लगातार उच्चाधिकारियों से संपर्क में थी। अब उन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि रेलवे रोड निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुँच चुका है।
यह सिर्फ सफाई नहीं, समर्पण की मिसाल है
छठ पर्व की इस सेवा भावना और सामुदायिक भागीदारी ने पवन चीनी को एक बार फिर क्षेत्र का जन आदर्श बना दिया है। श्रद्धालु और नागरिक उनके इस अभियान की सराहना करते हुए कह रहे हैं कि यह सिर्फ सफाई अभियान नहीं, बल्कि समाज और आस्था के प्रति समर्पण की सच्ची मिसाल है।