एडीजे महेंद्र त्रिपाठी सहित पुत्र अभियान राज की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

भोपाल। प्रदेश के बैतूल जिले में पदस्थ एडीजे महेंद्र त्रिपाठी और उनके पुत्र अभियान राज त्रिपाठी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की खबर है, आज तड़के सुबह 3:00 बजे महाराष्ट्र के नागपुर में इलाज के दौरान महेंद्र त्रिपाठी ने अंतिम सांसे ली। इससे पहले ही नागपुर ले जाते समय उनके पुत्र 35 वर्षीय अभियान राज त्रिपाठी की भी मौत हो की पुष्टि परिवार जनों ने की है।
इस संदर्भ में परिवारजनों से मिली खबर पर यकीन करें तो इसी माह की 20-21 तारीख को एडीजे महेंद्र त्रिपाठी के परिवार में किसी परिचित के द्वारा प्रसाद दिया गया था, जिसे महेंद्र पार्टी और उनके बड़े पुत्र ने ग्रहण किया, जिसके बाद अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई वहीं उनके छोटे पुत्र ने भी प्रसाद लिया लेकिन उसकी मात्रा ज्यादा ना होने और उल्टियां हो जाने के कारण उसकी स्थिति खतरे से बाहर हो गई।
आज तड़के हुई उनकी मौत के बाद उनके शव को कटनी जिले अंतर्गत स्थित उनके गृह ग्राम में लाया जा रहा है, जहां आगे के कार्यक्रम किए जाएंगे,एडीजे त्रिपाठी मूलत शहडोल जिले के धनपुरी क्षेत्र के निवासी थे, इससे पहले वह अनूपपुर जिले के विवेक नगर क्षेत्र में भी रह चुके हैं,उन्होंने अपनी पढ़ाई यही की थी और यहीं से उन्होंने सिविल जज की परीक्षा उत्तीर्ण कर न्यायिक सेवा क्षेत्र में प्रवेश किया था। उनकी पत्नी धनपुरी स्थित एसईसीएल के केंद्रीय चिकित्सालय में पदस्थ थी बीते 6 से 8 माह पहले ही उन्होंने बुढ़ार स्थित अपने आवास को बेचकर पूरे परिवार को बैतूल में साथ में रखा था, श्री त्रिपाठी की असमय मौत की खबर से शहडोल जिले खासकर धनपुरी,अमलाई,चचाई क्षेत्र में उनके पुराने मित्रों और परिचितों में गहरा दुख व्याप्त है।