शहर में जल्द स्थापित होगी भगवान परशुराम की प्रतिमा शासन के आदेश पर नगर निगम ने तैयार किया प्रस्ताव
शहर में जल्द स्थापित होगी भगवान परशुराम की प्रतिमा
शासन के आदेश पर नगर निगम ने तैयार किया प्रस्ताव
कटनी। शहर के किसी एक चौराहे को भगवान परशुराम चौराहा नाम दिया जाएगा तथा वहां भगवान परशुराम की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। इस संबंध में शासन से अनुमति मिलने के बाद नगर निगम ने भी प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अब सिर्फ चौराहे का चयन होना शेष है। जिसका नामकरण भगवान परशुराम चौक किया जाएगा तथा वहां अष्ठधातु से निर्मित भगवान परशुराम की विशाल प्रतिमा स्थापित की जाएगी। गौरतलब है कि शहर का ब्राम्हण वर्ग लगातार शासन व प्रशासन से शहर के किसी एक चौराहे का नामकरण भगवान परशुराम चौक करने के साथ ही वहां भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने की मांग कर रहा था। जिसे शासन ने गंभीरता से लिया और लगभग दो माह पूर्व इस संबंध में नगर निगम प्रशासन को योजना बनाकर अमली जामा पहनाने के आदेश दिए। बताया जाता है कि शासन से आदेश मिलने के बाद नगर निगम प्रशासन के द्धारा भी इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है तथा अब चौराहे का चयन होना शेष है। वहीं इस संबंध में गतदिवस जिला एवं नगर ब्राम्हण समाज के पदाधिकारी नगर निगम आयुक्त सत्येन्द्र धाकरे से मिले और इस संबंध में चर्चा कर शीघ्र शहर के किसी एक चौराहे पर भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने व चौराहे का नाम भगवान परशुराम चौक करने की मांग की। ब्राम्हण समाज के पदाधिकारियों की मांग पर नगर निगम आयुक्त श्रीधाकरे ने भी शीघ्र इस प्रस्ताव पर अमली जामा पहनाने का आश्वासन दिया। नगर निगम आयुक्त से मिलने वालों में नगर ब्राम्हण समाज अध्यक्ष राजू शर्मा, भाजयुमो अध्यक्ष मृदुल द्विवेदी, जिला ब्राम्हण समाज प्रवक्ता विवेक शुक्ला, प्रेम प्रकाश दीक्षित, बिल्लू शर्मा, संजय शर्मा, विक्रांत शर्मा, दीपक तिवारी, सूर्यकान्त मिश्रा, पप्पू गर्ग आदि शामिल थे।
गर्ग चौराहे को प्राथमिकता
नगर निगम आयुक्त से मिलने पहुंचे जिला एवं नगर ब्राम्हण समाज के पदाधिकारियों ने शहर के गर्ग चौराहे का नामकरण भगवान परशुराम चौक करने व वहां भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की है। वहीं नगर निगम आयुक्त श्रीधाकरे ने यातायात के लिहाज से बेहद व्यस्तम गर्ग चौराहे की बजाय किसी दूसरे चौराहे का चयन करने की बात कही। जिस पर ब्राम्हण समाज के पदाधिकारियों ने भी सहमति जताई और शहर के विभिन्न चौराहों का भ्रमण कर किसी एक चौराहे का चयन करने की बात दोहराई। समझा जाता है कि रक्षाबंधन पर्व के बाद इस संबंध में अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।