स्टाप डेम का पेय जल सप्लाई में बडा योगदान,पीने के पानी का सजोकर रखने के क्या प्रयास? कटनी नदी के बैराज के गेट का लॉक टूटने से व्यर्थ वह रहा पानी अभी नहीं रोका तों गर्मी के मौसम मे होंगी परेशानी
स्टाप डेम का पेय जल सप्लाई में बडा योगदान,पीने के पानी का सजोकर रखने के क्या प्रयास?
कटनी नदी के बैराज के गेट का लॉक टूटने से व्यर्थ वह रहा पानी अभी नहीं रोका तों गर्मी के मौसम मे होंगी परेशानी
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कटनी।। जल शोधन संयत्र अमकुही के समीप स्थित कटाये घाट कटनी नदी के बैराज के गेट का लॉक टूटने के कारण नदी का पानी लगातार बहता ही जा रहा है जिसके कारण इसे एकत्रित नहीं किया जा सकता. अगर इसे समय रहते नहीं सुधारा गया तों आने वाले गर्मी के समय मे लाखों से अधिक की आबादी प्रभावित होंगी। मालूम हो कि अधिक वर्षा के कारण बैराज गेट के लॉक गेट टूट गए थें जिसके कारण पानी की तेज धार बह रही है। इसको लेकर नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं बी.डी. अग्रवाल वार्ड के कांग्रेस के पार्षद अधिवक्ता मौसूफ अहमद बिट्टू नें नगर निगम प्रसासन सहित जनप्रतिनिधियों से जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग कि है की जल्द से जल्द बैराज के गेट के लॉक को सुधारने की कार्रवाई की जाए। पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं पार्षद मौसूफ बिट्टू ने नगरीय प्रसासन का ध्यानाकर्षण कराते हुए कहाँ कि बैराज के गेट के लॉक को सुधारने की कार्रवाई कर पानी को सहेजना बहुत जरुरी है। ऐसा नहीं होने पर आने वाले दिनों में शहर वासी पेयजल के लिए परेशान होंगे।
स्टाप डेम का पेय जल सप्लाई में बडा योगदान,मरम्मत कार्य अतिशीघ्र पूर्ण होना आवश्यक
शहर में होने वाली पेयजल सप्लाई में बैराज स्टाप डेम का बडा योगदान है बैराज से पानी को जल शोधन संयत्र में भेजा जाता है इसके उपरांत पानी को फिल्टर करनें की प्रक्रिया पूर्ण कर शहर में पेयजल सप्लाई की जाती है,मुख्य रुप से ग्रीष्म ऋतु में बैराज का पानी शहर में जलापूर्ती हेतु बहुत सहायक होता है।
वही इस संबंध मे निगमाध्यक्ष मनीष पाठक ने भी पूर्व मे बैराज,स्टाप डेम गेट के संबंध में प्र. कार्यपालन यंत्री सुधीर मिश्रा से विस्तृत जानकारी प्राप्त थी कि कुछ दिनों पूर्व तेज बारिश होने के कारण पानी का अत्यधिक बहाव होने से गेट में लगी सपोर्टिंग पिन के टूट जाने से एसी स्थिति निर्मित हुई है । जिस पर निगमाध्यक्ष के द्वारा अतिशीघ्र कार्यवाही करानें के निर्देश दिए गए थें। निगमाध्यक्ष मनीष पाठक नें कहा था कि, गेट की मरम्मत होने के उपरांत जलसंरक्षण अधिक मात्रा में किया जा सकेगा शहर के नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पडेगा।निगमाध्यक्ष ने इस संबंध में संबंधितों से विस्तृत जानकारी लेकर अतिशीघ्र नियमानुसार कार्यवाही करानें हेतु निर्देशित किया था।