उपयंत्री-ठेकेदार मिलकर बना रहे भ्रष्टाचार की इबारत

मिट्टी युक्त स्टोन डस्ट से हो रहा नाली का निर्माण
शहडोल। बीते डेढ़ दशक से संभागीय मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी की सरकार काबिज है, वर्तमान परिषद के लगभग 3 साल होने को हैं, बावजूद इसके निर्माण कार्याे में वह तेजी नजर नहीं आ रही, जो बीते 3 कार्यकालों के दौरान देखी गई थी। इधर बीते कुछ माहों से अध्यक्ष और चंद पार्षदों के इर्द-गिर्द ठेकेदारी घूमती हुई नजर आ रही है, बुधवार को वार्ड नंबर 14 में लाखों की लागत से नाली निर्माण कार्य शुरू किया गया , लेकिन उपयंत्री से लेकर अध्यक्ष व अन्य कई हिस्सो में जाने वाली कमीशन के कारण नाली का लागत मूल्य ही आधा हो गया। संभवत: इसी वजह से गिट्टी और रेत की जगह मिट्टी युक्त स्टोन डस्ट से नाली निर्माण किया जा रहा है।
शिकायत के बाद भी नहीं सुधार
बुधवार को वार्ड नंबर 14 में डॉ. थारवानी के सामने से होकर जाने वाली सड़क के एक ओर नाली निर्माण का कार्य स्थानीय पार्षद अनुराग शुक्ला की देख-रेख में नाली निर्माण का कार्य किया जा रहा था, स्थानीय नागरिकों द्वारा इसकी शिकायत मुख्य नगरपालिका अधिकारी अमित तिवारी सहित नपाध्यक्ष सहित श्रीमती उर्मिला कटारे सहित अन्य को की गई, जिसके बाद उपयंत्री देव कुमार गुप्ता मौके पर भी पहुंचे, लेकिन न तो स्थल पर रखी मिट्टी युक्त स्टोन डस्ट को हटवाया गया और न ही गुणवत्ता विहीन कार्य को रोका ही गया।
स्टीमेट का किया दरकिनार
नाली निर्माण के लिए बीते कई वर्षाे से वार्ड वासियो द्वारा परिषद से मांग की जा रही थी, अर्से बाद यह मांग स्वीकृत तो हुई व लगभग 4 लाख रूपये बजट से निर्माण भी शुरू हुआ, लेकिन उपयंत्री और मौके पर निर्माण करा रहे ठेकेदार या उसके गुर्गे ने निर्धारित प्राक्कलन को दरकिनार कर दिया। नागरिकों द्वारा बताया गया कि इसकी शिकायत आज या कल कलेक्टर और कमिश्नर से भी की जायेगी।
सभापति ने जताई आपत्ति
भारतीय जनता पार्टी के ही पार्षद और निर्माण समिति के सभापति शक्ति लक्ष्कार ने स्थानीय नागरिकों के विरोध के बाद नपा के जिम्मेदारों पर सवाल खड़े किये, श्री लक्ष्कार ने कहा कि निर्माण में किसी तरह का भ्रष्टाचार का बर्दास्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यदि नागरिकों को आपत्ति है तो, इसकी जांच संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों के माध्यम से कराई जा सकती है, तब तक के लिए निर्माण कार्य रोक देना चाहिए।
हम तुड़वा देंगे नाली: उपयंत्री
नपा के उपयंत्री देव कुमार गुप्ता ने पुराने तर्ज पर अपना बयान जारी करते हुए कहा कि यदि मूल्यांकन के दौरान नाली निर्माण गुणवत्ता युक्त नहीं पाया जाता तो, भुगतान नहीं होगा और निर्माण तुड़वाकर दोबारा बनवाया जायेगा, अचरज तो इस बात का है कि मौके पर पहुंचे तथा कथित उपयंत्री ने निर्माण कार्य को गुणवत्ता विहीन तो बताया, लेकिन न तो उन्होंने मिट्टी युक्त स्टोन डस्ट को निर्माण में लगाने से रोका और न ही स्थानीय नागरिकों की मांग पर निर्माण कार्य पर ही रोक लगाई, अलबत्ता उन्होंने ठेकेदार की गलती छुपाने के लिए कुछ बोरी गिट्टी अवश्य निर्माण स्थल के समीप रखवा दी, जिससे अन्य किसी अधिकारी के मौके पर पहुंचने पर दिखाया जा सके।