ढीमरखेड़ा क्षेत्र से नबालिका को लेजाकर बांदा में पैसे लेकर बेचा , पुलिस की तत्परता से नबालिका को खोजकर किया परिजनों के सुपुर्द
ढीमरखेड़ा क्षेत्र से नबालिका को लेजाकर बांदा में पैसे लेकर बेचा ,
पुलिस की तत्परता से नबालिका को खोजकर किया परिजनों के सुपुर्द
कटनी ! जिले के ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र में एक मानव तस्करी का मामला सामने आने के बाद पुलिस की टीमों ने तत्परता दिखाते हुए काम किया । जिसमें न सिर्फ एक नबालिका का दस्तयाब किया बल्कि मानव तस्करी से जुड़े तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है । साथ की मानव तस्करी से जुड़े आरोपियों के अन्य तार भी जोड़े जा रहे हैं । इस संबंद्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार ढीमरखेड़ा क्षेत्र से एक 14 वर्षीय किशोरी लापता हो गई थी , जिसके परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई थी । पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज करते हुए विवेचना प्रारंभ की । मामले जब पूछताछ की गई तो क्षेत्र की ही राधा बाई नामक महिला पर पुलिस को शंका हुई । पुलिस ने महिला की खोजबीन प्रारंभ की तो वह पनागर जबलपुर में मिली । जिससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि लापता किशोरी को उसने कुछ लोगों की मदद से बांदा उप्र निवासी राजेन्द्र प्रजापति को एक लाख 10 हजार रूपये लेकर शादी कराई है । मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर दो अलग – अलग टीम बनाई गई । जिसमें थाना प्रभारी उपपुलिस अधीक्षक शेखर दुबे , निरीक्षक अर्चना सिंह और एनकेजे थाना प्रभारी नीरज दुबे के साथ दो अलग – अलग टीमें बनाई गई । एक टीम ने बांदा उप्र के खाईपार पुलिस चौकी की मदद से नबालिक को दस्तयाब किया और उसके जेठ बाबूलाल प्रजापति को पकड़कर साथ में लेकर आई । वहीं दूसरी टीम ने राधा बाई की सहयोगी गढ़ी मलेहरा निवासी पुष्पा राजपूत को सतना से गिरफ्तार किया । पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि राधा किशोरी को साथ में लेकर घूमती थी और बहलाकर अपने साथ ले गई और पुष्पा की मदद से पैसे लेकर उसकी शादी करा दी । पुलिस को पूछताछ में अहम सुराग मिले हैं और उसके आधार पर मानव तस्करी से जुड़े अन्य मामलों के खुलासों के प्रयास किए जा रहे हैं । आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया है , जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया ।