स्कूल बंद होने की खबर को गम्भीरता से लेते विधायक संजय पाठक ने लिखा प्रबंधन को पत्र, संचालन यथावत रखने के अनुरोध एवरेस्ट द्वारा कैमोर में संचालित स्कूल के बन्द होने की खबर विद्यालय में करीब 300 से ज्यादा बच्चे अध्यननरत
स्कूल बंद होने की खबर को गम्भीरता से लेते विधायक संजय पाठक ने लिखा प्रबंधन को पत्र, संचालन यथावत रखने के अनुरोध
एवरेस्ट द्वारा कैमोर में संचालित स्कूल के बन्द होने की खबर विद्यालय में करीब 300 से ज्यादा बच्चे अध्यननरत
कटनी। एवरेस्ट इंडस्ट्रीज द्वारा कैमोर में संचालित स्कूल के बंद होने की सूचना प्राप्त होने पर विधायक संजय सत्येंद्र पाठक ने संज्ञान लेते हुए प्रबंधन को पत्र लिखकर स्कूल संचालन यथावत रखने का निर्देश दिया साथ ही प्रबंधन को उसके सामाजिक दायित्व भी याद दिलाया। एवरेस्ट इंडस्ट्रीज प्रबंधन द्वारा अपने अधीन संचालित स्कूल को गुपचुप तरीके से बंद करने की तैयारी में है इसी के बाद विधायक श्री पाठक ने इसे गम्भीरता से लिया तथा तुरंत प्रबंधन को पत्र लिखा। एवरेस्ट प्रबंधन अपने सामाजिक दायित्व से भागने की फिराक में था यह आरोप लगना स्वाभाविक है लिहाजा संजय पाठक ने किसी कम्पनी की स्थापना के समय उसके सामाजिक हित के संकल्प तथा दायित्व भी याद दिलाये। बता दें की विद्यालय में करीब 300 से ज्यादा बच्चे अध्यननरत हैं स्कूल बंद होने की दशा में छात्रों को यहां वहां भटकना पड़ सकता है। आपको बता दें कि वैसे भी यह सर्वविदित है कि एवरेस्ट कम्पनी द्वारा जिस शीट को बनाने के लिए एस्बेसटॉस फाइबर का उपयोग किया जाता है वह बेहद खतरनाक है। इसको कैंसर का जनक माना जाता है कई देशों ने इसके उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
प्लांट हेड ने कहाँ निर्णय उच्च प्रबंधन का
एवरेस्ट इंडस्ट्री लि. के प्लांट हैड किशोर परमार ने कहा-दिग्विजय सिंह सरकार के समय कंपनी एवं प्रदेश शासन के बीच यह तय हुआ था कि कंपनी द्वारा इंफ्रास्ट्रक्कर उपलब्ध कराया जाएगा एवं शासन द्वारा स्टाफ की व्यवस्था की जाएगी। शिक्षा विभाग से पदस्थ प्राचार्य 30 जून को रिटायर हो जाएंगी। फिर कोई शासकीय अमला स्कूल में शेष नहीं रहेगा इसलिए स्कूल बंद करने का निर्णय उच्च प्रबंधन ने लिया है। यहां पढ़ने वाले लगभग सभी 300 स्टूडेंट का अन्य विद्यालयों में एडमीशन होने पर प्रबंधन द्वारा एक साल की फीस, ड्रेस, कापी, किताब दिए जाएंगे।