जांच के लिए टीम का गठन, धान परिवहन मे अनियमितता

शहडोल – समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के बाद गोदाम में धान भंडारण के दौरान मिलर्स द्वारा गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है। दूसरे जिलों में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के बाद मिलर्स द्वारा छोटे सीमित लोडिंग क्षमता के वाहनों का उपयोग किया गया। लंबी दूरी के गंतव्य के लिए वाहन द्वारा एक दिन में कई फेरे लगाए गए, पोर्टल पर दर्ज वाहन अन्य राज्यों में पाए गए। मिलिंग के बाद सीएमआर जमा करने में अनियमितता जैसी दूसरे मामले भी हैं। इसकी जांच के लिए गठित टीम में सभी अनुविभाग के एसडीएम को अध्यक्ष बनाया गया है। संयोजक जिला आपूर्ति अधिकारी विपिन कुमार पटेल और सदस्य सहकारिता उपायुक्त सीपी भदौरिया, जिला एमपीएससीएससी प्रबंधक एमएस उपाध्याय और जिला प्रबंधक एमपीडब्ल्यएलसी धीरज गुप्ता शामिल हैं। जांच टीम 7 अप्रैल को कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपेगी। जांच के दौरान उपार्जित धान मात्रा, धान परिवहन मात्रा, धान जमा मात्रा, धान कमी मात्रा, मिलर्स को भुगतान की स्थिति, मिलरवार धान प्रदाय, मिलरवार धान उठाव, मिलर वार सीएमआर जमा मात्रा की जांच ‘होगी। इस दौरान एनसीसीएफ जिला समन्वयक अर्पित सिंह भी जरूरी जानकारी उपलब्ध करवाएंगे। जांच के दौरान मिलर्स को धान के नए डिलेवरी आर्डर जारी नहीं किए जाएंगे। जांच उपरांत मिलर्स सही पाए जाएंगे उन्हे ही डिलेवरी आर्ड जारी किए जाएंगे।