केल्होरी में खनन माफिया का आतंक : मामला दर्ज : आरोपी गिरफ्तार पर ट्रैक्टर आज तक नहीं मिली

अनूपपुर। शहडोल और अनूपपुर जिले की सीमा पर स्थित चचाई थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम केल्होरी और यहां से होकर गुजरने वाली सोन नदी खनिज माफियाओं के लिए चारागाह बन गई है, हालत यह है कि अब एक या दो नहीं बल्कि गांव के दर्जनों लोगों ने इस अवैध कारोबार को अपना अपनी नियति मानकर संगठित आपराधिक गिरोह के रूप में एक संगठन बना चुके है और सोन नदी से रेत का अवैध खनन, पास की पहाड़ियों से मुरूम और पत्थरों का अवैध खनन करके उन्हें अपने घरों और खेतों में पहले रखा जाता है और फिर लाखों रुपए का मुनाफा कमाकर उसे बेचा जाता है।
बीते एक पखवाड़े के दौरान यहां पर खनिज विभाग ने अलग-अलग दो कार्यवाहियों की, इन कार्यवाहियों में सफलता भी मिली और अवैध खनन भी जप्त हुआ, लेकिन जो हश्र संगठित अपराधी गिरोहों की शक्ल ले चुके खनन माफिया ने कार्यवाही का किया, वह जिले में अगर नजीर बनी, तो पूरा जिला अवैध खनन और खनन माफियाओं की चपेट में आ जाएगा।
इस पूरे मामले की जानकारी सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में सामने आने के बाद भी अनूपपुर जिले के कलेक्टर हर्षल पंचोली और पुलिस अधीक्षक मोतीउर रहमान के द्वारा कोई बड़ी कार्यवाही की बात ना तो प्रेस नोट में की गई और न हीं ऐसा करने का कोई इरादा ही नजर आ रहा है।
पहला मामला ग्राम पंचायत केल्होरी के मुख्य चौराहे पर उस दौरान हुआ जब खनिज विभाग और स्थानीय पुलिस की टीम को इसकी सूचना मिली, कि यहां देर रात JCB लगाकर ग्राम केल्होरी के पीछे से होकर गुजरने वाली सोन नदी से रेत का अवैध खनन और परिवहन किया जा रहा है,
पुलिस यहां पहुंचती इसके पहले ही खनन माफिया के मजबूत मुखबिरी तंत्र ने पूरी गाड़ियां इधर से उधर कर दी, लेकिन इसके बाद भी अवैध रेत से लगी ट्रैक्टर खनिज निरीक्षक ने जब्त कर ली, महिला खनिज निरीक्षक ने अपनी जान की बाजी लगाते हुए अवैध खनन और माफिया के खिलाफ कार्यवाही करने की हिम्मत तो जुटाई, लेकिन प्रशासन ही उसके सपोर्ट में खड़ा नजर नहीं आया, हालत यह बने की अवैध रेत से लदी ट्रैक्टर जब्त करने के दौरान कई बदमाश …गुंडे वहां पर पहुंच गए।
उन्होंने कार्यवाही करने से रोका और ट्रैक्टर से रेत वही अनलोड करके भाग खड़े हुए, इस मामले में खनिज निरीक्षक श्रीमती इशा वर्मा और उनकी टीम ने चचाई थाने में रिपोर्ट तो दर्ज कराई, लेकिन पुलिस और पूरा प्रशासन आज तक ट्रैक्टर को पकड़ने में नाकामयाब रहा। नामजद FIR भी हुई, गिरफ्तार भी हुए और जेल भी पहुंचे, लेकिन अवैध खनन का सिलसिला नहीं रुका और नहीं किसी के घर में छुपा कर रखी गई जब्त ट्रैक्टर कि आज तक कोई भी खोज खबर सामने नहीं आई।
न हीं ट्रैक्टर मिली और नहीं इस मामले का अंत हुआ, अलबत्ता अगले दिन सोमवार को दोबारा अवैध रेत भंडारण की सूचना मिलने पर जब खनिज,राजस्व एवं पुलिस राजा राम चौरसिया नाम के व्यक्ति के घर पर पहुंचती है तो राजस्व अमला और खनिज अधिकारियों के सामने हुज्जतबाजी और लड़ाई झगड़े का प्रयास किया जाता है, खासकर महिला अधिकारी जो अपनी जान जोखिम में डालकर माफिया के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए हिम्मत जुटाती है तो ऐसे खनिज माफिया और तथागत नेता अवैध कार्यों को संरक्षण देने के लिए खुलेआम सड़क पर हुज्जतबाजी करते नजर आते हैं।
बहरहाल की केल्होरी तथा अन्य ऐसे क्षेत्रों में लॉयन ऑर्डर की स्थिति निर्मित ना हो, शहडोल में बीते वर्ष पुलिस और राजस्व अधिकारियों की मौत भी इसी तरह की घटनाओं में हुई थी, पुलिस प्रशासन यदि कोई बड़ी कार्यवाही के लिए कदम नहीं उठाता है, अनूपपुर के कलेक्टर इस मामले में यदि गंभीरता नहीं दिखाते हैं , तो शहडोल के बाद अनूपपुर में भी ऐसी कोई बड़ी घटना कब घट जाए और अगला अध्याय बन जाए यह कहा नहीं जा सकता….।