रात को अवैध शराब के साथ पकड़ा था आरोपी @ आधी रात होते ही थाने से भाग निकला ..!!

शहडोल। बीती देर शाम शहडोल पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के निर्देशन में शहडोल से भेजी गई टीम ने बुढार और अमलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत अवैध शराब का कारोबार करने वाले लोगों को रंगे हाथों अवैध शराब की खेप के साथ गिरफ्तार किया, उन्हें अमलाई थाने लाया गया और कुछ लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा तथा आबकारी की धारा 34 के तहत कार्यवाही भी की गई।
इस मामले में देर रात ही पुलिस ने पूरी कार्यवाही को लेकर प्रेस नोट और वीडियो जो कार्रवाई के दौरान बनाए गए थे उन्हें जारी किया,पुलिस द्वारा कार्यवाही करके आरोपियों को थाना अमलाई में गिरफ्तार कर रखे गए आरोपियों में से एक विनोद पाठक पुलिस को चकमा देकर या फिर स्थानीय जिम्मेदारों से सांठगांठ कर वहां से फरार हो गया..!
रात में ही ही यह खबर पुलिस को लग गई और उसकी पतासाजी के लिए चारों तरफ सूत्र दौड़ा दिए गए।
खबर तो यह भी है कि अभी तक पुलिस को इस मामले में कोई सफलता नहीं मिली है।
बीते कुछ सप्ताहों से जिले की अमलाई पुलिस और यहां तैनात स्टाफ सुर्खियां बटोर रहा है, पहले 26 वर्षीय युवती के द्वारा दी गई शिकायत को दर्ज न करने और उसे अग्नि स्नान तक पहुंचाने में भूमिका निभाने वाली अमलाई पुलिस का दूसरा बड़ा कारनामा सामने आया है, यह बात भी सामने आई कि आखिर अमलाई पुलिस अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं कर रही थी, जिन पर कार्यवाही करने के लिए शहडोल के पुलिस अधीक्षक को शहडोल से टीम यहां भेजनी पड़ी, क्या अमलाई थाने में पदस्थ पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के इस विश्वास के लायक भी नहीं रह गए हैं कि उन्हें कार्यवाही के लिए कहीं भेजा जाए या फिर उनकी शराब तस्करों से खुली मिलीभगत है और इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भी थी जिस कारण उनकी जगह शहडोल से टीम यहां भेजी गई,
खबर तो यह भी है कि अमलाई पुलिस इस मामले को नया रूप देने में लगी है पुलिस थाने से जुड़े सूत्रों की मानें तो अमलाई पुलिस अब इस मामले में आरोपी के पहली बार पकड़े जाने और लगाई गई धाराओं की सजा 7 साल से कम होने का हवाला देकर रात को ही उससे मुचलके पर छोड़ने का नया खाखा रच रही है और इस संदर्भ में रात को ड्यूटी पर तैनात एसआई ने जिम्मेदारी भी संभाल ली है।
मामला चाहे जो भी हो लेकिन थाने से आरोपी के भाग जाने के कारण अमलाई पुलिस कटघरे में खड़ी हो गई है, बल्कि थाने से निकलकर बाजार और इससे आगे शहडोल पुलिस के मुखिया अन्य जिलों में भी भी इसकी चर्चा होने लगी है।