शेरावाली की अद्भुत झांकी बनी आकर्षण का केंद्र,अमलाई में मां दुर्गा की झांकी के साथ नवग्रह और 12 ज्योतिर्लिंग को देखने उमड़े हजारों भक्त
युवा जागृति मंच के द्वारा किए गए आयोजन बना श्रद्धा का केंद्र बिंदु,चल झांकी में महादेव कर रहे जालंधर का वध
शहडोल। अमलाई रेलवे स्टेशन के समीप युवा जागृति मंच के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी के द्वारा मां शेरावाली की अद्भुत अलौकिक और अद्वितीय झांकी सजाई गई है, समिति के अध्यक्ष अशोक सिसोदिया कहते हैं कि यहां शेरावाली की झांकी बीते 36 वर्षों से स्थापित की जाती रही है और यह 37 वां वर्ष है, पंचमी के दिन से यहां भक्तों का सैलाब जैसे उमड़ आया है, मां की एक झलक पाने के लिए भक्तों की लंबी कतार लग रही हैं और आयोजन समिति के द्वारा कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई अन्य झांकियां भक्तों को अपनी ओर खींच रही है, यह भी बताया गया कि इस वर्ष मां शेरावाली की झांकी के साथ अन्य आधा दर्जन झांकियां लगाई गई है, जिसकी चर्चा शहडोल और अनूपपुर दोनों ही जिलों में सुनने को मिल रही है, प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त यहां पहुंच रहे हैं, आज अष्टमी और कल नवमी के दिन यहां भक्तों की भारी भीड़ बढऩे की संभावना बनी हुई है। 
अनूठा है मां का दरबार
युवा जागृति मंच के द्वारा बापू चौक अमलाई में मां शेरावाली का विशाल दरबार सजाया गया है , लगभग दो एकड़ के क्षेत्रफल में फैला यह दरबार अपने आप पर न सिर्फ अनूठा है, बल्कि आस्था का केंद्र बिंदु बन चुका है, हालांकि यह पहला वर्ष नहीं है, जब आयोजन समिति के द्वारा सजाई गई मां की झांकी चर्चा का विषय बनी हो, समिति का इतिहास लगभग तीन दशक से अधिक पुराना है , जैसा कि समिति के सदस्य मनोज गर्ग, नीरज गुप्ता और राजकुमार बताते हैं कि आज से करीब 37 साल पहले स्थानीय युवाओं के द्वारा युवा जागृति मंच का गठन कर गणेश उत्सव, मां दुर्गा उत्सव, होली का उत्सव और अन्य सामाजिक व धार्मिक आयोजन किए जाने की शुरुआत की गई थी, इस समय समिति समिति द्वारा धार्मिक और सामाजिक आयोजन किए जाते रहे हैं। 

तोड़ दिये पुराने रिकार्ड
लगभग तीन दशक से अधिक समय पहले समिति का गठन हुआ था और युवा जागृति मंच के पहले अध्यक्ष करीमुल्ला खान थे, युवा जागृति मंच कौमी एकता का प्रतीक रही है, इस वर्ष भी समिति के द्वारा दशहरा उत्सव के लिए गठित की गई कमेटी के अध्यक्ष राजा खान है, वहीं दुर्गा उत्सव समिति के अध्यक्ष के तौर पर शासकीय अधिवक्ता अशोक सिसोदिया का चयन किया गया था, समिति के संदर्भ में वर्तमान सदस्य बताते हैं कि करीमुल्ला खान जी के द्वारा शुरुआत की गई थी और इसमें संस्थापक सदस्यों में मनोज तोशनिवाल, ओम प्रकाश लालवानी, नरेंद्र बग्गा, रामनरेश गुप्ता, हरिश्चंद्र जैसे दो दर्जन से अधिक नाम शामिल थे, समिति के द्वारा आयोजन की चर्चा सिर्फ शहडोल और अनूपपुर में नहीं बल्कि आस-पास के अन्य जिलों में भी रही है, हालांकि कोरोना के 3 वर्षों के दौरान आयोजन मंदा पड़ गया था, लेकिन इस वर्ष के आयोजन ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

अनूठा रहा है मंच का इतिहास
युवा जागृति मंच के द्वारा बीते 37 सालों से गणेश उत्सव के साथ ही दुर्गा उत्सव, होली उत्सव आदि आयोजन किए जाते रहे हैं लगभग डेढ़ दशक पहले समिति ने अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का निर्माण कराया था वही शिरडी वाले साईं बाबा के मंदिर का भव्य निर्माण के साथ ही इंडिया गेट और मां वैष्णो देवी का दरबार के अलावा तरह-तरह के दर्जनों आयोजन किए गए कोयलांचल में अलग स्थान रखने वाली युवा मन और उसके आयोजन हमेशा चर्चा में रहे हैं, विभिन्न धार्मिक आयोजनों में युवा जागृति मंच कौमी एकता की मिसाल भी पेश करती रही है वर्तमान में भी युवा जागृति मंच के द्वारा दशहरा समिति के अध्यक्ष के रूप में राजा खान और सहायक के रूप में दीपक सोनी जैसे युवा समाजसेवी अपनी भूमिका निभा रहे हैं समिति के द्वारा दुर्गा उत्सव के साथ ही विशाल रावण दहन का कार्यक्रम भी यहां आयोजित किया जा रहा है।

एक से बढक़र एक है झांकियां
मां शेरावाली की अद्भुत विशाल प्रतिमा और मंच के अलावा आयोजन समिति के द्वारा 12 ज्योतिर्लिंगों को पर्वत पर विराजमान किया गया है, इसके लिए विद्युत व्यवस्था और ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग किया गया है, अलग-अलग 12 ज्योतिर्लिंगों की झांकी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, दूसरी तरफ इंदौर से आए कलाकारों के द्वारा चलित झांकी का सजीव वर्णन किया गया है, जिसमें भगवान महादेव के अलावा भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय और अन्य देवी देवता जालंधर नामक दानव से युद्ध करते हुए दिखाई देते हैं और भगवान भोलेनाथ के हाथ से छूटा हुआ त्रिशूल जाकर दानव के सर पर लगता है और सर को धड़ से अलग कर देता है। 

मां के भक्ति में डूबे श्रद्धालु
इंदौर के कलाकारों ने चलित झांकी में जैसे जान ही फूंक दी हो, उक्त झांकी के अलावा नौ ग्रहों का मॉडल बनाया गया है, जिसमें अलग-अलग नवग्रह देवता विराजमान है, एक अन्य झांकी जिसमें भगवान भोलेनाथ की जटा से गंगा बहती हुई दिखती है और यह गंगा नीचे शिवलिंग पर गिरती है , सामने नंदी महाराज बैठे हुए हैं, अलग-अलग तैयार की गई। झांकियां यहां आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, जो भक्तों को अपनी ओर खींच रही है। झांकी को देखने के लिए पंचमी से भक्तों की अपार भीड़ यहां उमड़ रही है, आयोजनकर्ताओं में समिति के इस वर्ष के अध्यक्ष अशोक सिसोदिया के साथ ही राजकुमार, नीरज गुप्ता, मनोज गर्ग, राजेश, कैलाश लालवानी, संजय लालवानी, भूरा गुप्ता , अवनीश पांडे, शिव कुमार, रजनीश गुप्ता, किशोर साहित्य सैकड़ो युवा और समिति के संरक्षक मंडल के सदस्य और दर्जनों की संख्या में किशोर में उम्र के बच्चे महिलाएं आदि एक परिवार की तरह मिलाकर यहां मां के भक्ति में माहौल में डूबे हुए नजर आ रहे हैं।