पुष्पराजगढ़ की वादियों में ‘अतुल–प्रभाकर गैंग’ घोल रहा सट्टे का जहर!
राजेन्द्रग्राम पुलिस पर संरक्षण देने के आरोप तेज
अनूपपुर.। पुष्पराजगढ़ की शांत वादियों में पिछले कई वर्षों से पनप रहा सट्टे का जाल अब एक बार फिर सुर्खियों में है। क्षेत्र में सक्रिय अतुल और प्रभाकर की सट्टेबाज जोड़ी युवाओं, छात्रों और मजदूर तबके में सट्टे का ऐसा जहर घोल रही है, जिससे पूरा समाज प्रभावित हो रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह गैंग लगभग 7–8 साल से लगातार सट्टे का कारोबार चला रहा है और अब तो इसने पुलिस संरक्षण में खुलेआम जाल फैलाना शुरू कर दिया है।
सूत्र बताते हैं कि दोनों आरोपित एकादशी के नाम पर दोगुना-तिगुना पैसा लौटाने का लालच देकर दर्जनों युवाओं को अपने जाल में फंसा चुके हैं। स्थिति यह है कि अब स्कूली छात्र तक इनके नेटवर्क का हिस्सा बनने लगे हैं। गांव-गांव में एजेंट नियुक्त कर यह गैंग रोजाना लाखों का अवैध कारोबार संचालित कर रहा है।
सबसे गंभीर सवाल यह है कि जब जिले में आने वाले पुलिस अधीक्षक बार–बार “सट्टा और जुए पर लगाम” की बातें करते हैं, तो राजेन्द्रग्राम में यह अवैध सिंडिकेट फल-फूल कैसे रहा है? स्थानीय लोग खुलकर आरोप लगा रहे हैं कि थाना स्तर पर इस पूरे खेल को अनदेखा किया जा रहा है, जिससे सट्टा माफिया बेखौफ हैं।
यहां तक कहा जा रहा है कि “थाना प्रभारी तक इस गैंग के आगे बिक चुके हैं”, और इसलिए कोई कार्रवाई नहीं होती।
अतुल अग्रवाल का नाम पहले भी कई चोरी व आपराधिक गतिविधियों से जुड़े मामलों में सामने आ चुका है। इसके बावजूद राजेन्द्रग्राम क्षेत्र में उसके ऊपर कोई ठोस कार्रवाई न होना अनूपपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सीधे सवाल खड़े करता है। ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत करने पर भी पुलिस उल्टा उन्हें ही परेशान करती है, जबकि सट्टा संचालकों को खुली छूट मिली हुई है।
स्थानीय समाजसेवियों और अभिभावकों ने अनूपपुर SP से मांग की है कि तुरंत विशेष टीम बनाकर अतुल–प्रभाकर गैंग पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि युवा पीढ़ी को इस विनाशकारी रास्ते से बचाया जा सके। साथ ही राजेन्द्रग्राम थाना प्रभारी की भूमिका की जांच कर कठोर कदम उठाए जाएँ, जिससे पुलिस पर जनता का भरोसा बहाल हो सके।