रीठी में हुये अंधे कत्ल का 72 घंटे के अंदर हुआ खुलासा, ससुर व साले ने मिलकर की थी हत्या

रीठी में हुये अंधे कत्ल का 72 घंटे के अंदर हुआ खुलासा,
ससुर व साले ने मिलकर की थी हत्या
कटनी।। गत 14.10.24 को सुबह रीठी हनुमान तलैया कचरा घर के पास में अज्ञात मृतक का शव मिलने की सूचना पर पुलिस नें मौके पर पहुंचकर घटना की तफ्तीश शुरु की, जहाँ मृतक का शव कचरा घर की दीवाल से सटकर पडा मिला जो प्रथम दृष्ट्या मृतक को किसी अज्ञात द्वारा भारी पत्थर सिर पर पटककर हत्या करना पाया गया। मृतक के पास ही खून से सना पत्थर भी पड़ा मिला। मृतक की पहचान सुरेंद्र भुमिया पिता जग्गू भुमिया उम्र 35 साल निवासी ग्राम जिजनौडी थाना विजयराघवगढ़ के रूप में किया, जो दिनांक 13.10.24 को अपने ससुराल सिंघईया टोला में अपनी पत्नि एवं बच्चों सहित रीठी का दशहरा, रामलीला, राई का कार्यकम देखने आया था। मृतक की पहचान होने पर मृतक के ससुर पूरन भुमिया पिता सुकरू भुमिया उम्र 55 साल निवासी सिंघड्या करियापाथर रीठी की रिपोर्ट पर मौके से मर्ग कायम कर एफ.एस.एल., स्नाईफर डॉग एवं फिगर प्रिंट टीमे मौके पर ही बुलवाई गई, घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया एवं शव पंचनामा कार्यवाही बाद पीएम करावाया गया जिसमे डॉ. ने मृतक के सिर में आई संघातिक चोट से मृत्यु होना बताया गया। जॉच निष्कर्ष पर अपराध कमांक 352/24 धारा 103 (1) बीएनएस. (302भादवि) अज्ञात आरोपी के विरूद्ध कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण गंभीर होने से घटना की जानकारी तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। थाना प्रभारी रीठी राजेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में टीम गठित की गई। मामले की विवेचना दौरन मृतक के ससुर पूरन भूमिया एवं साला सुनील भूमिया जो की मृतक का शव पहचानने के समय से ही दोनों का कार्य व्यवहार असामान्य एवं संदेहास्पद था। जिन्हे टीम द्वारा संदेह के आधार पर कब्जे में लेकर गहनता से पूछताछ की गई जो पूछताछ पर शुरु से ही पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किये किन्तु तथ्यो एवं परिस्थितियो के आधार पर सघन पूछताछ की गई, जिस पर उक्त दोनो पिता पुत्र द्वारा बताया कि घटना दिनाक 13-14 अक्टूबर 2024 की दरम्यानी रात को इनके घर में शराब एवं मुर्गा की दावत घर में रखी गई जिसमे अन्य कई रिस्तेदार भी सुनील के घर में मौजूद थे, खाना खाने के दौरान ही मृतक सुरेन्द्र भुमिया और इकलौते साले सुनील भुमिया के बीच किसी बात को लेकर वाद विवाद मारपीट हो गई थी जिसमे सुरेन्द्र भूमिया ने सुनील को माँ की गालिया दी जिस पर सुनील ने काफी बेइज्जती महसूस किया व सुरेन्द्र की हत्या करने की योजना अपने पिता पूरन भूमिया के साथ बना लिया, योजनानुसार तीनो रात्रि करीब 2.00 बजे दशहरा जुलुस व रामलीला देखने के बहाने दोबारा रीठी बाजार आये, उसी दौरान दोनो साले व ससुर ने सुरेन्द्र को निर्जन एवं अंधेरे स्थान हनुमान तलैया के पास स्थित कचरा घर के पीछे ले गये जहाँ मौका पाकर सुनील ने पास में ही पड़े भारी पत्थर को उठाकर दो बार मृतक सुरेन्द्र के सिर में पटक दिया, जिससे मौके पर ही सुरेन्द्र की मृत्यु हो गई।