शिक्षा के मंदिर मे अध्यनरत छात्रों में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति परकलेक्टर ने व्यक्त की चिंता

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शिक्षा के मंदिर मे अध्यनरत छात्रों में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति परकलेक्टर ने व्यक्त की चिंता

कटनी॥ कलेक्टर अवि प्रसाद ने शिक्षा के मंदिर मे अध्यनरत छात्रों में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके विरूद्ध स्कूलों मे व्यापक पैमाने पर जनजागरूकता अभियान चलानें के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन की विशेष मौजूदगी मे आयोजित अशासकीय विद्यालय एशोसियेशन और काउंसलर की बैठक संपन्न हुई। बैठक मे अशासकीय स्कूलों के पदाधिकारियों और संचालक, डी.ई.ओ पी.पी.सिंह और डी.पी.सी के.के. डेहरिया सहित बाल कल्याण समिति के सदस्यगण मौजूद रहे। बैठक में कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि संस्कार व शिक्षा के मंदिर में गलत आदतों के शिकार हुए छात्रों को नशा के दुष्प्रभावों व परिणामों की जानकारी देने जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाय। उन्होने कहा कि नशे के जहर से समाज को बचाने के लिए पुलिस की मदद से छात्रों को कुसंगति में ढकेलने और इस नेटवर्क मे शामिल तत्वों की पहचान कर ऐसे अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। इसके लिए स्कूल संचालकों को आगे आना होगा तभी इस दिशा में किये जाने वाले प्रयास सफल होंगे। पुलिस अधीक्षक श्री जैन ने कहा कि स्कूलों मे नशा के विरूद्ध अभियान में हमेशा की तरह पुलिस का पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होने कहा स्कूल संचालक उन्हे सीधे फोन कर सूचना दे सकते हैं। उन्होने सभी स्कूलों में पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर सूचना पटल पर लिखवाने का संचालकों से आग्रह किया। बैठक मे अशासकीय विद्यालयों के संचालको व काउंसलर से भी कई महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए। जिनमें शाला त्यागी और लम्बी अवधि से अनुपस्थित छात्रों के पालकों से संपर्क कर शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने पर जोर दिया गया। साथ ही स्कूल मे अध्ययनरत छात्रों नशे के गिरफ्त मे जकडे़ छात्रों की गोपनीय तौर पर निगरानी कर छात्रों को मादक सामग्री प्रदान करने वाले व्यक्ति व दुकान की पहचान कर शिक्षा और पुलिस महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देने का निर्णय हुआ।

बैठक मे सर्वसम्मति से प्रत्येक स्कूल मे नशा मुक्ति के क्रियाकलापों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने और पालक – शिक्षक बैठक मे नशामुक्ति हेतु जागरूक करने पर चर्चा हुई। कलेक्टर अवि प्रसाद ने कहा कि विद्यालय की परिधि के 100 मीटर के दायरे मे मादक व नशीली वस्तुओं की बिक्री करने वाली दुकानों और गुमटियों की जानकारी संकलित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि पहचान होने के बाद नशे की आदत के शिकार छात्रों की काउंसलिंग भी की जायेगी।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए अब छात्रों की एक कक्षा साइबर के मामले की भी लगनी चाहिए। इसके लिए उन्होने पुलिस विभाग से भी तकनीकी जानकारों की सेवायें उपलब्ध करानें की बात कही।

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