कलेक्टर ने छात्रावासों में शिकायत पेटी लगाने के दिए निर्देश

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शहडोल – जिले के एकलव्य आवासीय विद्यालय हर्री के विद्यार्थियों ने सोमवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्याओं से कलेक्टर डॉ. केदार सिंह को अवगत कराया। विद्यार्थियों ने भोजन, नाश्ता, लाइट, खेल मैदान, गणवेश सहित कई अन्य सुविधाओं के अभाव की जानकारी दी।

विद्यार्थियों की समस्याएं सुनने के बाद संवेदनशील कलेक्टर डॉ. सिंह ने तत्काल सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग आनंद राय सिंहा को निर्देश दिए कि सभी शिकायतों का परीक्षण किया जाए और जो समस्याएं उचित पाई जाएं, उनका त्वरित निराकरण किया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि शासन द्वारा निर्धारित सभी सुविधाएं—जैसे भोजन, नाश्ता, गणवेश, खेल और लाइब्रेरी—विद्यार्थियों को नियमित और गुणवत्तापूर्ण रूप से उपलब्ध कराई जाएं।

कलेक्टर ने इस अवसर पर विशेष निर्देश जारी करते हुए कहा कि जिले के सभी आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों में शिकायत पेटियां लगाई जाएं, ताकि विद्यार्थी अपनी समस्याएं सीधे प्रशासन तक पहुंचा सकें। इसके साथ ही आकस्मिक परिस्थितियों में संपर्क के लिए आवश्यक टेलीफोन अथवा मोबाइल नंबर सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिए गए।

निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि एकलव्य आवासीय विद्यालय हर्री में 1 सितम्बर को शैक्षणिक गतिविधियां संचालित नहीं हो सकीं और कई शिक्षक बिना पूर्व अनुमति के अनुपस्थित रहे। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए शिक्षकों का एक दिन का वेतन अवैतनिक करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ खेल और लाइब्रेरी की सुविधाएं भी अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जानी चाहिए।

कलेक्टर डॉ. सिंह ने आगे कहा कि विद्यार्थियों की समस्याओं की गंभीरता को देखते हुए किसी वरिष्ठ अधिकारी को विद्यालय भेजकर विस्तृत परीक्षण कराया जाएगा। साथ ही वे स्वयं भी आकस्मिक निरीक्षण के लिए विद्यालय पहुंचेंगे। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी छात्रावासों में विद्यार्थियों को घर जैसा वातावरण प्रदान किया जाए, जिससे वे लगन और निष्ठा के साथ अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

इस दौरान कलेक्टर ने यह भी उल्लेख किया कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और विद्यार्थियों की समग्र प्रगति के लिए शासन प्रतिबद्ध है। विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं में किसी भी प्रकार की कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

कार्यक्रम के दौरान एसडीएम सोहागपुर अरविंद शाह और सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग आनंद राय सिंहा भी मौजूद रहे। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि विद्यार्थियों की सभी जायज मांगों का त्वरित समाधान किया जाएगा।

इस कदम को लेकर जिले के शिक्षा जगत और जनजातीय समाज में सकारात्मक संदेश गया है। विद्यार्थी अब अपनी समस्याएं सीधे शिकायत पेटी या सार्वजनिक किए गए नंबरों के माध्यम से दर्ज करा सकेंगे। कलेक्टर का यह निर्णय न केवल विद्यार्थियों के लिए राहतकारी है बल्कि विद्यालय प्रबंधन और शिक्षकों के लिए भी जिम्मेदारी निभाने का सख्त संदेश है।

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