धान खरीदी केंद्र में बरदानों की स्थिति स्पष्ट , 50-50 के तर्ज पर किसान और समिति को लगाने होंगे बारदाने 25 की दर से किसानों को मिलेंगे पैसे

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बलौदा बाजार। जिले के धान खरीदी केंद्र रसेडा के किसानों में बारदानो को लेकर उहापोह की स्थिति नजर आ रही थी। जिसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और नेता क्षेत्र के किसानों से पूरा बारदाना मिलने की बात बता रहे थे जिससे असमंजस की स्थिति समिति के केंद्र प्रभारी और अन्य किसानों के बीच बनी हुई थी। जिस पर जिला सहकारी बैंक के ब्रांच मैनेजर आर के धावलकर ने विराम लगाते हुए बताया कि 50% धान खरीदी केंद्र से किसानों को बारदाना उपलब्ध कराया जाएगा वहीं 50% किसानों को पूराने जुट वाले बारदाने स्वयं लगाने पड़ेंगे जिसका ₹25 की दर से किसानों को भुगतान भी किया जाएगा। ज्ञात हो की ब्रांच मैनेजर बताया कि जुट वाले बारदाने ही रखे जाएंगे यह शासन के निर्देशानुसार तय किए गए हैं। और जल्द ही किसानों को होने वाले परेशानी से बचने के लिए क्षेत्र के सभी समिति केंद्रों में बड़े-बड़े फ्लेक्सी लगाकर किसानों को जागरूक करने का काम भी किया जाएगा इसके अलावा गांव में कोटवार/सरपंच /सचिव को सूचना देकर आम किसानों तक यह बात पहुंचाने की पूरी कोशिश की जाएगी जिससे किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

किसान की आवाज पहुंच रही मंत्री तक

जी हां 50-50 वरदानों की समस्या को लेकर, सरकार के द्वारा किसानों से जो बात की गई थी जिस पर आज सोनाडीह ग्राम पंचायत के बड़े किसान और समाजसेवी जीवनलाल साहू ने क्षेत्र के विधायक व केबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा को फोन लगाकर वार्तालाप किया कि उनके क्षेत्र में बारदानो को लेकर भारी समस्या आ रही है जिस पर मंत्री जी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है और मैं जल्द ही ऊपर बात करके आपको बताता हूं, किसानों को पूरा बारदाना प्राप्त होना चाहिए ऐसा उनका कहना था। जिस पर जीवनलाल साहू ने जल्द से जल्द बरदानों की समस्या को खत्म करने का निवेदन करते हुए किसानों के साथ हो रही परेशानी से उन्हें अवगत भी कराया। बहरहाल ब्रांच मैनेजर ने स्थिति स्पष्ट कर दी है कि किसानों को बारदाना स्वयं लगाने पड़ेंगे जिसका भुगतान किया जाएगा जिससे अब किसानों को जुट वाले बोरे की भारी मात्रा में जरूरत होने वाली है और किसान एक बार फिर से बारदानो के लिए भटकते हुए नजर आने वाले है, लेकिन अच्छी बात यह है कि क्षेत्र के समिति प्रभारी और किसानों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित नहीं होगी, क्योंकि यह आदेश ऊपर से है सभी किसान समझ रहे हैं।

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