लंबे समय से हो रही है स्पीड राडर मशीन की मांग हुई पूरी , अब ओवर स्पीड में वाहन चलाना आसान नहीं होगा। क्योंकि अब एक गन की मदद से वाहनों की स्पीड आसानी से पकड़ी जाएगी।

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लंबे समय से हो रही है स्पीड राडर मशीन की मांग हुई पूरी , अब ओवर स्पीड में वाहन चलाना आसान नहीं होगा। क्योंकि अब एक गन की मदद से वाहनों की स्पीड आसानी से पकड़ी जाएगी।

 

कटनी ॥ हमारी कटनी ट्रैफिक पुलिस अब एक ऐसी अत्याधुनिक मशीन से लैस है, जिसकी मदद से तेज रफ्तार व ओवर स्पीड वाहनों को पकड़ा जा सकेगा।दरअसल वर्तमान ट्रैफिक टीआई के द्वारा स्पीड रडार मशीन के लिए लम्बे समय से पत्राचार किया जा रहा था जिसे अंततः पुलिस मुख्यालय से भेजी गई स्पीड राडार गन यातायात पुलिस के हवाले कर दी गई है। आगामी दिनों  से इस मशीन के साथ ओवरस्पीड की वजह से होने वाले हादसों के लिए डेंजर प्वाइंट्स पर निगाह रखना शुरू कर दिया जाएगा। अब कोई भी गाड़ी, जो इस गन की राडार में ओवरस्पीड फर्राटे भरते कैद हुई, तो आसानी सें पकड़ में आ जाएगी नवागत पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी और यातायात थाना प्रभारी विनोद दुबे लगातार शहरीय इलाके समेत हाइवे के एक्सीडेंटल एरिया को चिन्हित कर उन्हें व्यस्थित करने में जुटे हैं !  इस मशीन की मदद से ओवरस्पीड गाड़ियों को हाइटेक तरीके से पकड़ा जा सकेगा और तेज गति की वजह से सड़क पर होने वाले जानलेवा हादसों को रोकने मदद मिलेगी। वाहनों की अनियंत्रित रफ्तार भी जिले की सड़कों पर बढ़ते सड़क हादसों का एक बड़ा कारण है। दो पहिया वाहन सहित भारी वाहन, जीप-कार की अत्यधिक गति, जल्दबाजी या रफ्तार के शौकीनों की वजह से कई बार राहगीरों की जान सांसत में पड़ जाती है। खासकर चारपहिया या उससे बड़े वाहनों की गति मापने व ओवरस्पीड पर लगाम कसने यातायात पुलिस स्पीड राडार गन का इस्तेमाल करेगी। हाइटेक तरीके से रफ्तार के शौकीनों पर लगाम कसने अभियान चलाकर स्पीड राडार गन की मदद से कार्रवाई भी की जाएगी।  रडार गन की मदद सें आसानी से सड़क किनारे खड़े होकर करीब 150 मीटर दूर से आ रहे वाहन की स्पीड का आसानी से पता लगा लेगा। जिले की सड़के घुमावदार हैं। यहां ओवर स्पीड में चलने पर वाहन अनियंत्रित होने से ज्यादातर हादसे होते हैं। ऐसे में इन हादसों पर लगाम लगाने के लिए यह रडार गन ज्यादा कारगर साबित होगा।पुलिस अधिकारियों की माने इन मशीन के लिए उनके द्वारा कई बार पत्राचार किया जिसके बाद पुलिस मुख्यालय से रडार गन जिला पुलिस को मिली है, लेकिन इसके फायदे को देखते हुए आगे कुछ और की डिमांड पुलिस मुख्यालय से की जागी।

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