सातवें दिन रहा माता सती के संवाद का वर्णन

शहडोल। श्री शिव महापुराण में सातवें दिन की कथा में पूज्य व्यास अंकिताचार्य जी ने राजा दक्ष के यज्ञ और अभिमान को बताते हुए माता सती का वर्णन किया एवं शिव पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाते हुए सभी भक्तों को भाव विभोर कर दिया, अंत में महराज श्री ने सभी भक्तों से कहा की अगर आप भवसागर से पार होना चाहते हैं, तो आप सभी अपने बच्चों का नाम भगवत संम्बन्धी नाम रखें, क्यो की बार-बार यहि जतन कराई, राम कहि आवत नहीं अंत में केवल माया ही याद आती है और माया घर में ही विराजमान होती है, पूज्य महाराज श्री ने सभी से आग्रह किया है कि सभी अपने से बड़ों का सम्मान करें।