विवादो भरा रहा राकेश के अध्यक्ष काल का पहला दिन

37 मतों से दिनेश दीक्षित को मात देकर बने अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष
शहडोल। बीते 2 वर्षाे से अधिवक्ता संघ शहडोल के अध्यक्ष पद को लेकर चल रही रस्साकशी और आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शनिवार को मतदान व रविवार को आये नतीजों के बाद खत्म हो गया। राकेश सिंह बघेल अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित हुए, लेकिन शहडोल के अधिवक्ता संघ का चुनाव हो और सिर्फ चर्चा चुनाव की हो, यह कैसे हो सकता था। चुनाव के नतीजे आने के बाद जब विजयी व उपविजयी प्रत्याशियों का मेल-मिलाप शुरू हुआ, इसी दौरान नवनिर्वाचित अध्यक्ष व पूर्व अध्यक्ष के बीच कुछ कहा सुनी हो गई। थोड़ी ही देर में माहौल इतना गर्म हो गया कि हालात को काबू करने के लिए पुलिस को बीच में आना पड़ा।
इनको मिले इतने मत
अधिवक्ता संघ चुनाव के नतीजों में राकेश सिंह बघेल को अध्यक्ष पद के लिए 218 मत मिले, जबकि दिनेश दीक्षित को 181 मतों से ही संतोष करना पड़ा। राज नारायण तिवारी को उपाध्यक्ष पद के लिए 239 मत मिले, वहीं ऋषि गुप्ता को 111 मत प्राप्त हुए, अनिल कुमार तिवारी को 176, सतीश कुमार पाठक को 228 व निलेश शर्मा को 170 मत प्राप्त हुए, इसी तरह प्रहलाद कुमार मिश्रा को 124, शिव नारायण तिवारी को 268, अजीत प्रताप सिंह को 136 तथा कपिल कुमार कुमार कुशवाहा को 269 मत प्राप्त हुए।
ढोल-नगाड़े के साथ विजय जुलूस
राकेश सिंह बघेल तथा अन्य प्रत्याशियों के विजयी होते ही मुख्यालय तथा जिले के अन्य कस्बाई क्षेत्रों में कार्य कर रहे अधिवक्ताओं के साथ शुभचिंतकों ने बधाईयां दी। प्रमाण पत्र व विजय की घोषणा के उपरांत पटाखे फोड़े गये व रंग-अबीर के बीच विजय जुलूस निकाला गया, समर्थकों ने विजयी प्रत्याशियों को मालाओं से लाद दिया और एक-दूसरे का मुंह मीठा कर बधाईयां दी गई।
दो न्यायाधीश रहे पर्यवेक्षक
मुख्य चुनाव अधिकारी दिनेश नारायण पाठक के निवेदन पर जिला न्यायाधीश ने पर्यवेक्षक के रूप में के.के.मिश्रा अतिरिक्त जिला न्यायाधीश एवं सतीश शर्मा मजिस्ट्रेट को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया। जिला अधिवक्ता संघ शहडोल का दो वर्षीय चुनाव हुआ, इसमें अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों में दिनेश दीक्षित, राकेश सिंह बघेल, ऋषिकांत गुप्ता थे। उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवारों में निलेश कुमार शर्मा, राजनारायण तिवारी, सचिव के लिए अनिल कुमार तिवारी तथा सतीश कुमार पाठक, सहसचिव के लिए प्रहलाद मिश्रा एवं शिव नारायण तिवारी, कोषाध्यक्ष के पद के लिए अजित प्रताप सिंह एवं कपिल कुमार कुशवाह उम्मीदवार थे। इसके अलावा चार कार्यकारिणी सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए, इसमें राघवेन्द्र पाठक, मनोज गुप्ता, सी.पी. पांडे एवं प्रशांत शर्मा शामिल थे।