हवाला का खेल….पुलिस बनी खिलाड़ी! करोड़ों की रकम हड़पने का आरोप.सिवनी जिले के बंडोल थाने में फूटा घोटाले का बम कानून के रखवाले बने लुटेरे? हवाला की रकम गायब, थाना प्रभारी सहित 9 निलंबित व्यापारी से करोड़ों की हवाला रकम जब्त करने के बाद हेराफेरी, डेढ़ करोड़ गायब-पुलिस की भूमिका पर उठे गंभीर सवाल
हवाला का खेल….पुलिस बनी खिलाड़ी! करोड़ों की रकम हड़पने का आरोप.सिवनी जिले के बंडोल थाने में फूटा घोटाले का बम कानून के रखवाले बने लुटेरे? हवाला की रकम गायब, थाना प्रभारी सहित 9 निलंबित
व्यापारी से करोड़ों की हवाला रकम जब्त करने के बाद हेराफेरी, डेढ़ करोड़ गायब-पुलिस की भूमिका पर उठे गंभीर सवाल
कटनी।। सिवनी जिले के बंडोल थाना क्षेत्र में हवाला कारोबार से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसने पूरे पुलिस महकमे को हिलाकर रख दिया है। हवाला के शक में व्यापारी से जब्त की गई भारी भरकम नकदी में हेराफेरी और कर्मचारियों के साथ मारपीट के आरोपों के बाद जबलपुर जोन के आईजी प्रमोद वर्मा ने सख्त रुख अपनाते हुए थाना प्रभारी अर्पित भैरम सहित नौ पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि बंडोल पुलिस ने जब्त की गई राशि के संबंध में लिखा-पढ़ी में भारी देरी की और मामले को दबाने की कोशिश की। वहीं व्यापारी की शिकायत के बाद यह खुलासा हुआ कि असल में पुलिस ने जो रकम जब्त की थी, वह करीब तीन करोड़ रुपए थी, लेकिन जब्ती में मात्र 1.45 करोड़ रुपए ही दर्ज किए गए।
हवाला कैश से शुरू हुआ विवाद, फिर पुलिस पर लगे संगीन आरोप
जानकारी के मुताबिक, बुधवार और गुरुवार की दरम्यानी रात बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने एक कार को शीलादेही इलाके में रोककर तलाशी ली। कार में महाराष्ट्र के जालना निवासी ज्वेलर सोहन परमार के कर्मचारी सवार थे। पुलिस ने हवाला की रकम बताते हुए करीब तीन करोड़ रुपए कैश जब्त किया, जिसकी जानकारी तत्कालीन सीएसपी पूजा पांडे को भी दी गई थी। लेकिन इसके बाद पूरा मामला उलझ गया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने कर्मचारियों को थाने ले जाकर मारपीट की, धमकाया और करीब डेढ़ करोड़ रुपए की रकम हड़प ली, जबकि बाकी राशि को जब्त दिखाया गया। घटना की भनक लगते ही व्यापारी सोहन परमार सिवनी कोतवाली पहुंचे और पुलिस पर लूट और मारपीट का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई।
आईजी ने ली रातोंरात कार्रवाई, 9 पुलिसकर्मी निलंबित
जबलपुर जोन के आईजी प्रमोद वर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए देर रात ही बड़ा एक्शन लिया। जारी आदेश में कहा गया कि सिवनी जिले में पदस्थ पुलिसकर्मी संदिग्ध आचरण के दोषी प्रतीत हो रहे हैं, अतः उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
निलंबित पुलिसकर्मियों में –
उप निरीक्षक अर्पित भैरम (थाना प्रभारी बंडोल), प्रधान आरक्षक माखन, प्रधान आरक्षक रविन्द्र उईके, आरक्षक जगदीश यादव, आरक्षक योगेन्द्र चौरसिया, चालक रितेश, आरक्षक नीरज राजपूत, आरक्षक केदार और आरक्षक सदाफल शामिल हैं।
सभी को पुलिस लाइन सिवनी से संबद्ध किया गया है और निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता नियमानुसार दिया जाएगा।
सीएसपी पूजा पांडे पर भी गिरेगी गाज?
मामले में तत्कालीन नगर पुलिस अधीक्षक पूजा पांडे का नाम भी चर्चा में है। बताया जा रहा है कि पूरी कार्रवाई उनकी जानकारी में हुई थी और वे मौके पर मौजूद पुलिस दल से निरंतर संपर्क में थीं। सूत्रों का कहना है कि विभागीय जांच में उनकी भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है और उन पर भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना प्रबल है।
हवाला नेटवर्क के फिर सक्रिय होने की आशंका
इस पूरे घटनाक्रम ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर हवाला का काला कारोबार सिवनी और आसपास के जिलों में फिर से कैसे सक्रिय हो गया? कटनी से जालना जा रही हवाला रकम का पकड़ा जाना इस बात की ओर इशारा करता है कि प्रदेश में नकदी का गुप्त प्रवाह दोबारा बढ़ा है।
पुलिस द्वारा रकम की हेराफेरी और देर से लिखापढ़ी करने की कार्रवाई ने न केवल हवाला नेटवर्क को उजागर किया है, बल्कि पुलिस की नीयत पर भी गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिसकर्मियों पर लूट और हवाला रकम गायब करने के आरोप ने जिले में सनसनी फैला दी है। आमजन में पुलिस की कार्यशैली को लेकर असंतोष गहराने लगा है। लोगों का कहना है कि “जब कानून के रखवाले ही कानून तोड़ने लगें, तो आम आदमी न्याय की उम्मीद किससे करे?”
वहीं, सिवनी एसपी सुनील मेहता ने कहा कि, “मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
हवाला कारोबार के तार एक ओर जहां प्रदेश की अर्थव्यवस्था में काले धन के प्रवाह की ओर इशारा कर रहे हैं, वहीं इस घटना ने पुलिस विभाग की ईमानदारी पर भी प्रश्नचिह्न लगा दिया है। आईजी के सख्त एक्शन के बाद अब पुलिस विभाग में हलचल मची है। जांच रिपोर्ट आने के बाद सीएसपी पूजा पांडे पर भी गाज गिरने की पूरी संभावना है। हवाला कांड ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब हवाला का पैसा घूमता है, तो उसके साथ “वर्दी” भी अक्सर फिसल जाती है।