मासूम बच्ची से दरिंदे ने की ज्यादती , ग्रमीणों ने आरोपी को पकड़कर किया पुलिस के हवाले , पुलिस अभिरक्षा से आरोपी के फरार होने पर ग्रामीणों का फूटा जनाक्रोश, पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद शांत हुए ग्रमीणों ने हटाया चक्काजाम, भारी संख्या में पुलिस बल रहा तैनात
मासूम बच्ची से दरिंदे ने की ज्यादती , ग्रमीणों ने आरोपी को पकड़कर किया पुलिस के हवाले , पुलिस अभिरक्षा से आरोपी के फरार होने पर ग्रामीणों का फूटा
जनाक्रोश, पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद शांत हुए ग्रमीणों ने हटाया चक्काजाम, भारी संख्या में पुलिस बल रहा तैनात
कटनी ॥ कैमोर थानान्तर्गत ग्राम अमेहटा में गत देर रात आदिवासी परिवार की एक अबोध बालिका से ज्यादती की शर्मशार कर देने वाली वारदात सामने आई है । वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी एसीसी के अमेहटा प्रोजेक्ट का काम कर रही एलएन्डटी कंपनी का ठेका श्रमिक बताया जा रहा है । बालिका से दुष्कर्म करने वाले इस आरोपी को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के पुलिस हवाले कर दिया था पर 100 डायल वाहन में थाने ले जाते समय आरोपी बीच रास्ते में ही पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया । ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने जान बुझकर आरोपी को भगाया है । दुष्कर्म की इस जघन्य वारदात और आरोपी के पुलिस के चंगुल से फरार हो जाने के बाद से पूरे क्षेत्र में जबरदस्त तनाव और आक्रोश का माहौल रहा जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रविवार की सुबह 8 बजे से ही कैमोर झुकेही मार्ग पर अमेहटा गेट के सामने चक्काजाम कर दिया था । पुलिस के खिलाफ जम कर नारे बाजी की, जानकारी के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा और विजयराघवगढ़ एसडीओपी सहित कैमोर , बरही , कुठला और विजयराघवगढ़ के थाना प्रभारी सदल बल पहुंचकर ग्रमीणों को समझाने का प्रयास किया मगर बिना कार्यवाई के ग्रमीणों का आक्रोश कम नही हो रहा था । अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केड़िया ने ग्रमीणों कों समझाने का प्रयास किया जिसके बाद ग्रमीण शांत हुए पुलिस अधिकारियों की समझाइश पर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में हेड कांस्टेबल चंद्रिका शुक्ला को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस टीम लगातार आरोपी की तलाश कर रही है।
जानकारी के अनुसार कटनी के कुठला थाना क्षेत्र निवासी सोनू पटेल नामक युवक अमेहटा में प्लांट में काम करता था बताया जा रहा है कि शनिवार – रविवार की रात लगभग 3 बजे बस्ती की एक आदिवासी मासूम बच्ची के साथ उसने ज्यादती की वारदात को अंजाम दिया है. वहीं जब परिजन बच्ची की तलाश करने पर बहुत देर बाद मासूम रोते बिलखते हुए आरोपी के पास मिली. परिजनों को आता देख आरोपी वहां से भाग निकला. इसके बाद स्थानीय लोगों ने उसे दबोचा. वारदात की सूचना पुलिस को दी गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिस देर से पहुंची. इस दौरान ग्रामीणों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया. बताया जा रहा है कि मौका पाते ही आरोपी पुलिस अभिरक्षा से भाग गया। गंभीर हालत में बच्ची का इलाज के लिए जिला चिकित्सालय कटनी लाया गया जहॉ पर और बेहतर इलाज के लिए उसे जबलपुर रिफर कर दिया गया । वही जिस 100 डायल में मौजूद पुलिस कर्मचारी की अभीरक्षा से आरोपी फरार हो गया उसे भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया । आरोपी के खिलाफ महिला थाना में धारा 376,पॉक्सो एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी की तलाश की जा रही है ॥
पीछे के गेट से भागा आरोपी
कैमोर थाना क्षेत्र में दुष्कर्म के आरोप में पकड़ा गया आरोपी पुलिस अभिरक्षा से डाॅयल 100 वाहन के पीछे का गेट खोल कर भाग गया। पुलिस अभिरक्षा से आरोपी के भागने की जानकारी मिलने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और रविवार को कैमोर-झुकेही मार्ग पर जाम लगा दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। कुछ ग्रामीणों ने पुलिस वाहन पर भी पथराव किया, जिसके कारण पुलिस का वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केड़िया ने बताया कि कैमोर थाना क्षेत्र में साढ़े तीन वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया था। आरोपी को पुलिस डायल 100 में लेकर आ रही थी, इसी बीच आरोपी डायल 100 का पीछे का दरवाजा खोलकर कूदकर भाग गया। जिसकी जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे। पुलिस अधिकारियों की समझाइश पर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में हेड कांस्टेबल चंद्रिका शुक्ला को निलंबित कर दिया गया है। परिवार और ग्रमीणों नें आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है
दहशत में अन्य कर्मचारी दिखे पलायन करते
कैमोर थाना क्षेत्र के अमेहटा में 3 वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद से अमेहटा एसीसी सीमेंट प्लांट मे काम करने वाले बाहरी मजदूर दहशत में प्लांट से पलायन करते नजर आए । प्लांट में बिहार,झारखंड एवं अन्य राज्यों और बाहरी श्रमिकों के द्वारा कार्य कराया जाता है यहॉ सैकड़ों की संख्या में प्लांट में श्रमिक काम करते है। वारदात के बाद श्रमिक बड़ी संख्या में ऑटो व अन्य वाहनों में बैठकर कैमोर पहुंचे और अपने घर जाने के लिए बस की प्रतीक्षा करते देखे गए।
विधायक नें आरोपी की गिरफ्तारी कि की मांग
विजयराघवगढ़ विधायक संजय सत्येंद्र पाठक ने कैमोर थाना अंतर्गत अमेहटा गाँव में हुई शर्मनाक वारदात के बाद जल्द से जल्द आरोपी कि गिरफ्तारी कि मांग कि वही विधायक संजय सत्येंद्र पाठक ने बच्ची का पूरा इलाज का जिम्मा लिया और आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की वही कैमोर पुलिस को आदेशित करते हुए संजय सत्येंद्र पाठक ने कहा की आदिवासी बच्ची के साथ अन्याय नही होना चाहिए।