राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उपेक्षा से अपेक्षा तक पहुँचा, समाज परिवर्तन में निभा रहा अग्रणी भूमिका— गंगा राजीव व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण ही संघ की मूल भावना: अरविंद गुगालिया संघ शताब्दी वर्ष के अवसर पर विजयादशमी उत्सव में दिखा अनुशासन, उत्साह और एकात्मता का अद्भुत संगम

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उपेक्षा से अपेक्षा तक पहुँचा, समाज परिवर्तन में निभा रहा अग्रणी भूमिका— गंगा राजीव
व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण ही संघ की मूल भावना: अरविंद गुगालिया
संघ शताब्दी वर्ष के अवसर पर विजयादशमी उत्सव में दिखा अनुशासन, उत्साह और एकात्मता का अद्भुत संगम
कटनी।। विजयादशमी के पावन अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, कटनी नगर द्वारा भव्य एकत्रीकरण एवं पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नगर की गलियाँ भगवा ध्वज, घोषों की गूंज और अनुशासनबद्ध स्वयंसेवकों की पदचाप से गुंजायमान हो उठीं। समाज के विविध वर्गों, मातृशक्तियों और नागरिकों ने दीप प्रज्वलन एवं पुष्पवर्षा कर संचलन का स्वागत किया, जिससे सम्पूर्ण नगर में एक आध्यात्मिक और राष्ट्रभाव से ओतप्रोत वातावरण निर्मित हुआ।


मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्र शारीरिक शिक्षण प्रमुख गंगा राजीव पांडे जी ने कहा — “भारत में धर्म और अधर्म का संघर्ष अनादि काल से चलता आ रहा है, परंतु सदा धर्म की ही विजय हुई है। जब-जब राष्ट्रीय चरित्र का ह्रास हुआ, तब-तब हमें अपनों के कारण गुलामी का दंश झेलना पड़ा। डॉ. हेडगेवार जी ने समाज की इस स्थिति को देखकर अनुभव किया कि स्वतंत्र भारत तभी अक्षुण्ण रह सकता है जब हिंदू समाज संगठित और सशक्त बने। इसी उद्देश्य से उन्होंने विजयादशमी के दिन मात्र 17 स्वयंसेवकों के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी।”
उन्होंने आगे कहा —“संघ उपेक्षा से अपेक्षा तक पहुँच चुका है। आरंभ में संघ और हिंदू राष्ट्र की अवधारणा को नकारा गया, फिर विरोध का दौर आया, और आज समाज स्वयं संघ से अपेक्षाएं रखता है। संघ ने व्यक्ति निर्माण के माध्यम से समाज परिवर्तन का जो अभियान आरंभ किया था, वह आज राष्ट्रीय चेतना का केंद्र बन चुका है। संघ का उद्देश्य भारत को पुनः परम वैभव के शिखर पर ले जाना है।”


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अरविंद गुगालिया जी ने कहा —“राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पद्धति ‘स्वयं के पहले राष्ट्र’ की भावना पर आधारित है। व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की यह प्रक्रिया संघ की सबसे बड़ी विशेषता है। आज कटनी में अनुशासित संचलन देखकर गर्व और गौरव की अनुभूति हो रही है। यह संचलन केवल प्रदर्शन नहीं, बल्कि राष्ट्र समर्पण का प्रतीक है।” मंच पर विभाग संघचालक विपिन तिवारी, नगर संघचालक किशोर ओचानी जी सहित अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पथ संचलन नगर के तीन प्रमुख स्थलों से प्रारंभ होकर फॉरेस्टर प्ले ग्राउंड में एकत्रीकरण के रूप में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान घोषवादन, दंडयुद्ध प्रदर्शन और स्वयंसेवकों की अनुशासित पंक्तियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समापन अवसर पर विभाग कार्यवाह अमित कनकने, विभाग समरसता प्रमुख केशव तोमर, जिला संघ चालक डॉ. अमित साहू, जिला कार्यवाह संजय त्रिपाठी तथा जिला प्रचारक चंदन जी सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक और नागरिक उपस्थित रहे। विजयादशमी उत्सव के इस अवसर ने यह स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केवल संगठन नहीं, बल्कि एक सशक्त राष्ट्र निर्माण का संस्कार केंद्र है — जो “व्यक्ति से समाज, और समाज से राष्ट्र” के पथ पर अखंड भारत के स्वप्न को साकार करने में जुटा है।

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