राजनीतिक द्वेष या झूठी शिकायत पर अतिक्रमण हटाने पहुंचा अमला बैरंग लौटा
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धनपुरी नगर पालिका के वार्ड नंबर 07 में अतिक्रमण की थी झूठी शिकायत
कांग्रेस ने लगाया भाजपा पर राजनीतिक द्वेष का आरोप
भले ही माननीय न्यायालय ने अतिक्रमण या अन्य मामलों में बुलडोजर न चलाने के लिए कड़े आदेश दिए हैं, बावजूद इसके कोयलांचल के धनपुरी में राजनीतिक द्वेष के कारण नपा का बुलडोजर कभी भी कहीं भी खड़ा नजर आता है,शनिवार को वार्ड नंबर 07 में बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने पहुंचे नपा के अमले के साथ स्थानीय जनों की कहासुनी हुई और बुलडोजर को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
धनपुरी । शनिवार की दोपहर पालिका के वार्ड नंबर 7 में नगर पालिका परिषद के कर्मचारी और राजस्व अमले की टीम बुलडोजर, ट्रैक्टर आदि वाहनों के साथ यहां हो रहे निर्माण कार्य को रोकने और अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंच गई, स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका के द्वारा मनमानी की जा रही है, और झूठी शिकायत पर नगर पालिका की टीम यहां पर अतिक्रमण हटाने आई है, मौके पर वैसी स्थिति है ही नहीं, इस दौरान नगर पालिका के कर्मचारी और स्थानीय लोगों के बीच जमकर कहा सुनी भी हुई, कांग्रेस नेताओं ने नगर पालिका प्रशासन पर कांग्रेस के वार्ड प्रत्याशी रही महिला के खिलाफ द्वेषवश कार्यवाही करने का आरोप लगाया, हालांकि स्थानीय जनों के द्वारा नगर पालिका के कर्मचारियों को जब मौके की सच्चाई से अवगत कराया गया तो पालिका की टीम और साथ आया ट्रैक्टर तथा बुलडोजर बिना कोई कार्यवाही किये ही वापस लौट गया, यह बताया गया कि नगर पालिका प्रबंधन को किसी के द्वारा झूठी शिकायत दी गई थी, लेकिन मौके पर तस्दीक करने के बाद बिना किसी कार्यवाही के बुलडोजर और अमले को वापस लौटना पड़ा।
पांच दशक पुराने है वाशिंदे
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि पालिका के द्वारा राजस्व व नपा के हक की भूमि बताकर जिस स्थान पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के लिए बुलडोजर पहुंचा था, वह निजी स्वामित्व की भूमि है और करीब 5 दशक पूर्व से परिवार यहां पर निवासरत है, यह भी बताया गया कि करीब 5 दशक पूर्व जब कोल इंडिया के द्वारा इस क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण किया जा रहा था तो इसी भूखंड के कुछ हिस्से को कोल प्रबंधन ने अधिग्रहण करने के बाद मुआवजा भी दिया था, ऐसी स्थिति में उनकी भूमि जो दशकों से उनके पुरखों के नाम पर थी आज नपा या राजस्व की कैसे हो गई, इस मामले में यह भी बताया गया कि कुछ लोगों के द्वारा राजनीतिक द्वेष के कारण नपा प्रबंधन को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि वास्तविकता कुछ और है स्थानीय नागरिकों ने नगर पालिका के अध्यक्ष और सीएमओ से इस संदर्भ में जांच करने के बाद कार्यवाही की मांग भी की।
पार्षद प्रत्याशी और वर्तमान पार्षद
शनिवार की दोपहर जब नगर पालिका का अमला मौके पर पहुंचा तो दर्जनों लोग वहां पर पहुंच गए, कांग्रेस के पूर्व नपा उपाध्यक्ष संतोष सिंह और कांग्रेस नेता इबरार खान के साथी पूर्व पार्षद व भाजपा नेता अनिल यादव और अन्य दर्जनों लोग भी मौके पर थे उन्होंने बताया कि लगभग ढाई साल पहले नपा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव हार गए थे और वर्तमान पार्षद उसको लेकर अपने मन में खुन्नस रखते हैं यही कारण है कि परिषद को गुमराह करके राजनीतिक द्वेष के फेर में वर्तमान पार्षद के द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी व कांग्रेस नेत्री को निशाना बनाया गया l
अधूरे ज्ञान से हुई नपा की किरकिरी
नगर पालिका का अमला या तो अधूरा ज्ञान लेकर मौके पर पहुंचा था या फिर बीते माह संकट मोचन चौराहे पर यादव परिवार के यहां अतिक्रमण हटाने पहुंचे नगर पालिका के अमले को जिस तरह जमकर किरकिरी का सामना करना पड़ा था, शनिवार को भी नपा के कर्मचारी को वही सब एक बार फिर झेलना पड़ गया, स्थानीय राजनीति के फेर में नपा का राजस्व अमला पीस गया, वहीं नपा के जिम्मेदारों की भी जमकर किरकिरी हुई, यह भी बताया गया कि इस मामले में एक ही परिवार के दो लोगों के बीच में विवाद हुआ था और उसी के द्वारा पहले शिकायत की गई, यह मामला शनिवार को अमलाई थाने भी पहुंचा, लेकिन बाद में शायद दोनों के बीच सुलह हो गई और वार्ड के पार्षद और नपा को नाहक में किरकिरी झेलनी पड़ी।
नाली पर कब्जे की झूठी शिकायत
कांग्रेस नेता इबरार खान ने बताया कि इस संदर्भ में जब नगर पालिका के अध्यक्ष और मुख्य नगर पालिका अधिकारी से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के संदर्भ में चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि नगर पालिका के द्वारा निर्मित नाली के ऊपर अवैध निर्माण की शिकायत आई थी, लेकिन मौके पर जब ऐसा नहीं पाया गया तो टीम वापस चली गई है, इस दौरान मौके पर उपस्थित रहे नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष और कांग्रेस नेता संतोष सिंह सेंगर ने बताया कि जिस ठाकुर परिवार की भूमि को गलत बताया जा रहा है वह पांच दशक से उस ठाकुर परिवार के हक वाली भूमि है, राजस्व रिकॉर्ड में उनके नाम दर्ज हैं झूठी शिकायत और राजनीतिक द्वेष से नगर पालिका के जिम्मेदारों को बचाना चाहिए।
झूठी शिकायत से हुई परेशान
वार्ड नंबर 7 में रहने वाले मोहन दहिया पति दुर्गा दहिया ने बताया कि नाली के ऊपर निर्माण नहीं कर रहे थे, इसके बाद भी उन्हें नाहक परेशान किया गया, उनके द्वारा मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पेट किसी तरह पाल रहे हैं, तिनका तिनका इकट्ठा करके बाउंड्री बनवा रहे थे, आज दिन भर परेशान हो गए, मजदूरों को मजदूरी भी देनी पड़ जाएगी और अलग से बदनामी और नुकसान झेलना पड़ गया, झूठी शिकायत तो के कारण काफी परेशान हुए हैं वही मौके पर उपस्थित एक अन्य महिला श्वेता सिंह ने बताया कि यहां पर करीब 5 दशक से उनका परिवार रह रहा है,
नगर पालिका प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए श्वेता ने बताया कि बिना बताए उनके हक की भूमि पर लगे पोल नगर पालिका के द्वारा हटा दिए गए, हमें यहां पर ना तो सामुदायिक भवन की जरूरत है और नहीं बहुत ज्यादा विकास की अपेक्षा है, यहां निजी स्वामित्व की भूमि के अलावा कोल प्रबंधन की भूमि है, ऐसी स्थिति में जबरिया कमीशन के चक्कर में पार्षद और नगर पालिका के जिम्मेदार जबरिया निर्माण कर रहे हैं और निजी राजस्व की भूमि पर अपना जबरिया हक जताने में लगे हुए हैं।