184 करोड़ की लागत से हो रहे निर्माण में घपला की आशंका: रीना सिंह
शशिकांत कुशवाहा
उर्जांचल। औेड़ी-शक्तिनगर 18 किलोमीटर फोरलेन सड़क निर्माणदायी संस्था गाबर कंस्ट्रक्शन कंपनी व लोक निर्माण विभाग की अनियमितता एवं कछुआ चाल से स्थानीय जनता के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। कंपनी की लचर व्यवस्था की पोल खोलता सड़क किनारे बड़े-बड़े गड्ढे, जिसमें पानी भरा हुआ है। वहीं ऊर्जांचल के विभिन्न सामाजिक संस्था व जनप्रतिनिधियों द्वारा कंपनी पर निर्धारित मानक से समझौता कर घटिया सामग्री से रोड निर्माण का आरोप लग रहा है।
- गाबर कंस्ट्रक्शन कंपनी तय मानक के अनुसार नहीं कर रही कार्य।
- जगह-जगह गड्ढे खोदने से हो रही दुर्घटना व घंटों लग रहा जाम।
सोर्ड एनजीओ अध्यक्षा रीना सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर गाबर कंस्ट्रक्शन कंपनी पर आरोप लगाया है कि 184 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले औेडी शक्तिनगर फोरलेन सड़क में घपले की अंदेशा से इंकार नहीं किया जा सकता है और निर्माणदायी संस्था द्वारा तय मानक का पालन नहीं किया जा रहा है। श्रीमती सिंह ने बताया कि जिले के मुहाने पर स्थित अनपरा शक्तिनगर क्षेत्र को जिले से जुड़ने के लिए मजबूत टिकाऊ सड़क की आवश्यकता है परंतु निर्माण कंपनी के अनियमितता के कारण राज्य सरकार के योजना पर पानी फिर सकता है। वहीं समाजसेवी आशीष मिश्रा ने सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर दुःख जताते हुए कहा कि गाबर कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। जिससे निकट भविष्य में फोरलेन सड़क के खस्ताहाल होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
- घटिया सामग्री से निर्माण होने से समय पूर्व फोरलेन हो जाएगा खस्ताहाल: आशीष मिश्रा।
जगह जगह गड्ढे खोदने से आए दिन हो रही दुर्घटनाए व लग रहा जाम-
शक्तिनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम राजापुर स्वार के निकट बैगा बस्ती के समीप निर्माण कंपनी द्वारा सड़क किनारे किए गए गड्ढे ईट लदा ट्रैक्टर फंस जाने के कारण घंटो जाम की स्थिति उत्पन्न रही। वही खड़िया बाजार तिराहे पर ट्रेलर के धक्के से महिला चोटिल हो गई। कंपनी द्वारा बेतरतीब तरीके से सड़क किनारे गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है, बारिश के कारण गड्ढों में जलभराव होने के कारण अंदाजा मिलना मुश्किल है कि कहां सड़क और कहां गड्ढा है? यात्री इन गड्ढों में गिरकर घायल हो रहे हैं और गाड़ियों के गड्ढे में फंसने से आए दिन घंटो जाम लग रहा है।
सड़क किनारे बैरीकेटिंग महज एक दिखावा-
गाबर कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा सड़क किनारे खोदे गए गड्ढों से बचाव के लिए 18 किलोमीटर के बीच कहीं-कहीं नाम मात्र के लिए रस्सी से निर्देशित किया गया है जो महज दिखावा सा लगता है। रात्रि के समय उचित बैरिकेटिंग ना होने के कारण दुर्घटना की संभावना बढ़ रही है। यातायात नियमों के अनुसार सड़क किनारे रेडियम युक्त बेरीकेटिंग आवश्यक होती है। परंतु 18 किलोमीटर के सड़क के बीच शायद ही कहीं रेडियम युक्त बैरीकेटिंग देखने को मिले।
सड़क निर्माणदायी संस्था गाबर कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ स्थानीय जनता में आक्रोश पनप रहा है। समय रहते प्रशासन व आला अधिकारियों द्वारा यदि कंपनी की अनियमितता और व्यवहार पर रोक नहीं लगाई गई तो बड़ा जन आंदोलन होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।