कटनी जिले के मुख्य जिला चिकित्सालय के कैदी वॉर्ड से फरार तीन हत्या के विचाराधीन कैदी इंदौर से गिरफ्तार आरोपी देवी सिंह जेल से इलाज हेतु शासकीय अस्पताल में भर्ती था और वह इलाज दौरान अपने साथियों की मदद से अभिरक्षा से फरार हो गया था जिसे कोतवाली पुलिस ने आरोपी देवी सिंह को इन्दौर से गिरफ्तार किया है़
कटनी जिले के मुख्य जिला चिकित्सालय के कैदी वॉर्ड से फरार तीन हत्या के विचाराधीन कैदी इंदौर
से गिरफ्तार
आरोपी देवी सिंह जेल से इलाज हेतु शासकीय अस्पताल में भर्ती था और वह इलाज दौरान अपने साथियों की मदद से अभिरक्षा से फरार हो गया था जिसे कोतवाली पुलिस ने आरोपी देवी सिंह को इन्दौर से गिरफ्तार किया है़ !
कटनी ! जिला अस्पताल से भागे ट्रिपल मर्डर के आरोपी को कोतवाली पुलिस ने लगभग एक महीने बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी फरार होने के बाद इंदौर के बाणगंगा क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहा था, मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम भी उसी क्षेत्र में पहुंची। कोतवाली पुलिस के एएसआई कप्तान सिंह और प्रधान आरक्षक पुष्पराज सिंह उसी क्षेत्र में सिविलियन बनकर 10 अक्टूबर को एक किराए का मकान लिया। सिविल ड्रेस में पुलिस ने आरोपी के संबंध में जानकारी जुटाई और फिर 11 अक्टूबर की शाम आरोपी को उसके किराए के मकान से दबोच लिया है। जबलपुर जोन के आईजी द्वारा आरोपी पर 20 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था।
पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन ने बताया कि ट्रिपल मर्डर के आरोप में जेल में बंद सागर जिले के सनौधा थाना अंतर्गत भौहारी निवासी विचाराधीन कैदी देवी पिता शंकर सिंह 35 वर्ष को तबितय खराब होने पर 9 सितंबर 2021 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 9-10 की दरम्यानी रात करीब 1 एक बजे से 2 बजे के बीच आरोपी देवी सिंह अपने दो अन्य साथियों की मदद से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। जिसके बाद से पुलिस टीम उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी के माता और बहन इंदौर में रह रहे हैं! पुलिस टीम ने मुखबिर तंत्र को वहां एक्टिव किया। पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी उसी क्षेत्र में अपनी माँ और बहन से अलग किराए का कमरा लेकर उसी क्षेत्र में रह रहा है, लेकिन आरोपी कहां पर रहता है इसकी जानकारी नहीं मिली। पुलिस टीम इंदौर के बाणगंगा क्षेत्र , जहां पर पुलिस ने अपनी पहचान छिपाकर आम नागरिक की तरह एक मकान को किराए पर लिया। 10 अक्टूबर और 11 अक्टूबर को पुलिस टीम किराए के मकान में रहकर क्षेत्र में आरोपी की तलाश कर रही थीए 11 अक्टूबर की देर शाम आरोपी के कमरे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम दबिश और फिर आरोपी देवी सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
10 सितंबर को कटनी जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती एक कैदी सुबह तड़के मौका पाकर फरार हो गया। कैदी देवी सिंह उर्फ अजय सागर जिले के सनोधा के समय महोरी गांव का निवासी है। उसे 2016 में हत्या और जान से मारने की कोशिश की धारा 302, 307 सहित अन्य धाराओं में गिरफ्तार कर किया गया था तब से वह जेल में था। कटनी पुलिस ने बताया कि बीते कुछ दिनों से कैदी देवी सिंह बहुत बीमार चल रहा था और शरीर में हीमोग्लोबिन की कमीं के कारण ब्लड चढ़ाने के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। कैदी देवी सिंह का पुलिस अभिरक्षा में जिला अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाज चल रहा था। और वह 10 सितंबर सुबह तड़के अचानक भाग गया है।
पुलिस ने बताया कि देवी सिंह जिले के विजयराघवगढ़ थाना अंतर्गत पड़खुरी गांव में हुए तिहरे हत्याकांड का आरोपी था। देवी सिंह ने अपने सास, ससुर और दो सालों पर जानलेवा हमला किया था। जिसमें ससुर और दोनों सालों की मौत हो गई थी। जिसके बाद से आरोपी झिंझरी जेल में बंद था।
अस्पताल से कैदी के भागने के बाद पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा में तैनात चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया थाए जिसमें एक एएसआईए एक प्रधान आरक्षक और दो आरक्षक शामिल थे। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन ने बताया कि आरोपी को भागने में सहयोग करने वालों की भी जानकारी मिली हैए जिनकी तलाश की जा रही हैए जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
फरार आरोपी को पकड़ने में कोतवाली थाना प्रभारी अजय बहादुर सिंह, एनकेजे थाना प्रभारी नीरज दुबे, एएसआई कप्तान सिंहए दुर्गेश तिवारी, प्रधान आरक्षक वीरेन्द्र तिवारी, अनिल सेंगर, वीरेन्द्र सिंह, पुष्पराज, सिंहए लालजी यादव, रामशेवर सिंह, सायबर सेल से प्रशांत विश्वकर्मा, की भूमिका रही। पूरी कार्रवाई पुलिस अधीक्षक के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केडि़या और नगर पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ला के मार्गदर्शन में की गई। पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।