आज चाँद का लगेगा मंगल पर ग्रहण चंद्रमा के पीछे छुपेगा मंगल ग्रह, टेलीस्कोप से दि

खेगा शानदार नजारा
शहडोल। शनिवार रात एक खगोलीय घटना होने जा रही है, जिसमें ग्रहण लगने जा रहा है, लेकिन यह सूर्य या चंद्रमा पर नहीं बल्कि मंगल ग्रह पर लगेगा। इसमें मंगल ग्रह चंद्रमा के पीछे छिप जाएगा, इस घटना को मून-मार्स ऑकल्चरेशन कहा जाता है। वैसे तो यह घटना वर्ष में दो बार होती है, इसलिए बहुत अधिक दुर्लभ तो नहीं है, लेकिन किसी स्थान विशेष के लिए यह इतनी सामान्य भी नहीं है। भारत में पिछली बार यह घटना 10 मई 2008 को दिखाई दी थी। मून-मार्स ऑकल्चरेशन अपने आप में आकर्षक घटना है जो दर्शकों को रोमांच से भर देगी।
पृथ्वी से नहीं दिखेगा मंगल ग्रह
विपनेट विज्ञान प्रसार, नई दिल्ली में पंजीकृत अब्दुल कलाम आजाद साइन्स की क्लब कार्डिनेटर डॉ. निधि शुक्ला ने इस घटना के बारे विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि लुनार-मार्स ऑकल्टेशन भी एक तरह का ग्रहण ही है। यह तब घटित होता है जब कोई एक खगोलीय पिंड या वस्तु किसी अन्य खगोलीय पिंड की आड़ में आ जाए और खगोलीय पिंड कुल समय के लिए दिखाई ना दे। ऐसी स्थिति में आधा चंद्रमा मंगल ग्रह के सामने से गुजर रहा होगा और कुछ समय के लिए पृथ्वी से मंगल ग्रह दिखाई देना बंद हो जाएगा। कोई भी ऑकल्टेशन तब होता है जब एक दो ग्रहों के बीच दूर के तारे चंद्रमा या किसी ग्रह द्वारा छिप गए होते हैं।
अचानक होगा प्रकट
घटना को शाम को सूर्योस्त के बाद पश्चिम दिशा में इस घटना को देख सकते हैं। इस घटना का आनंद लेेने के लिए जरूरी नहीं कि आपके पास एस्टोनॉमिकल टेलीस्कोप हो , कोरी आंख से भी इस घटना को देखा जा सकता है , किन्तु यदि एस्टोनॉमिकल टेलीस्कोप से इसको देखा जाए तो शानदार नजारा देखने को मिलेगा जिसमें मंगल ग्रह चन्द्रमा के पीछे छिप जायेगा और कुछ समय के बाद अचानक फिर से प्रकट होगा।
शाम 7 बजे होगा घटना क्रम
शहडोल क्षेत्र मे सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में देखा जा सकता है। इसे किसी भी सामान्य व्यक्ति के द्वारा आकाश में चंद्रमा के कारण आसानी से ढूंढा जा सकता है जिसमे मंगल ग्रह चन्द्रमा की ओट में 5 बजकर 48 मिनिट पर छिप जायेगा और 7 बजे कर 17 मिनिट से 8 बजे तक अद्र्ध चन्द्रमा के दाहिनी ओर से नीचे की तरफ एक लाल-नांरगी बिन्दु के रूप में प्रकट होकर चन्द्रमा से धीरे-धीरे दूर होता जाता हुआ दिखाई देगा।
डेढ़ घंटे रहेगा ग्रहण
शहडोल क्षेत्र में इस घटना के करना डेढ़ घंटे तक के लिए मंगल ग्रह पर ग्रहण के कारण दिखाई नही देगा। स्थानीय लॉकडाउन होने के कारण अब्दुल कलाम आजाद विपनेट विज्ञान क्लब के द्वारा इस घटना को एस्टोनॉमिकल टेलीस्कोप से सीधे न दिखाते हुए, ऑनलाइन लॉकडाउन एस्ट्रोनॉमी का आयोजन किया जाएगा, जिसमे टेलीस्कोप से लिए गये लाइव फोटोग्राफ को ऑनलाइन सोशल मीडिया पर शेयर किया जायेगा।