व्यापारियों व कारीगरों ने प्रधानमंत्री व केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

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अनूपपुर। सराफा एसोसिएशन अध्यक्ष रामगोपाल सोनी के नेतृत्व में सराफा व्यापारियों व कारीगरों के लिए लागू फांसीवादी कानून एचयूआईडी पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री के नाम सराफा एसोसिएशन ने अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग किया की एचयूआईडी पर तत्काल रोक लगवाई जाए। उन्होंने कहां की भारतवर्ष का सराफा व्यापारी केंद्र में स्थित भारतीय जनता पार्टी की सरकार का पक्षधर रहा है। किंतु उसके बावजूद भी वर्तमान परिस्थितियों में सरकार द्वारा किए जा रहे अदुरदर्शिता पूर्ण निर्णयों की वजह से हमारा व्यापार वर्तमान में इतिहास के सबसे विकट व्यवसायिक संकट को झेल रहा है। यह स्पष्ट है कि भारत के प्रत्येक सराफा व्यापारी ने हॉल मार्क कानून का समर्थन किया है किंतु सरकार व बीआईएस के अधिकारियों द्वारा एचयूआईडी.के संदर्भ में पिछले दिनों व्यापारिक संगठन के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित मीटिंग में आश्वासन दिया गया था कि हम एचयूआईडी को अभी लागू नहीं करने जा रहे हैं। उसके बावजूद शडय़ंत्र पूर्ण तरीके से व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर विश्वासघात करने जैसा कार्य किया है। जिसका दूरगामी परिणाम राष्ट्रहित एवं जनहित में उचित प्रतीत नहीं होता हम निम्न बिंदुओं पर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं।
किसी भी वर्ग को एचयूआईडी स्वीकार नहीं
सरकार की मंशा सिर्फ और सिर्फ क्वालिटी कंट्रोल करने की है तो एचयूआईडी के माध्यम से अतिरिक्त बाध्यता क्यों लागु की जा रही है, यह कि सराफा व्यापारियों के किसी भी वर्ग को (हॉलमार्क सेंटर) में एचयूआईडी स्वीकार नहीं है, यह की भारत देश की 80 प्रतिशत आबादी गांव में रहती हैं और हमारे ग्रामीण सराफा व्यापारी व स्वर्णकार बंधु पोर्टल व सॉफ्टवेयर नहीं चला सकते हैं। जिनको ध्यान में रखकर नीति निर्धारण होना चाहिए, यह की पूरे देश के ज्वेलरी ट्रेड को हाल मार्क स्वीकार है पर हाल मार्क करने हेतु जो पोर्टल व सॉफ्टवेयर बीआईएस ने तैयार किया है। जिसमें जेवर लोड करने के बाद जेवर में हाल मार्क होगा इस ट्रेड का छोटा और मध्यम व्यापारी इस में सक्षम नहीं है।
व्यापारियों का रोजगार संकट में
मैन्युअल व्यवस्था भी लागू रहनी चाहिए मतलब दोनों व्यवस्था हो पोर्टल के माध्यम से भी और मैनुअल के माध्यम से भी हालमार्क हो, यह की एचयूआईडी लागू होने के बाद हालमार्क होने में बहुत अधिक समय लगेगा जिससे जो व्यापारी देश के अन्य हिस्सों से दिल्ली, मुंबई, राजकोट, कोयंबटूर, अहमदाबाद आदि महानगरों से ज्वेलरी लेने जाता है, 1 दिन की जगह दो-तीन दिन उसको महानगरों में रुकना पड़ेगा जिससे व्यापारी परेशान होगा वह समय की बरबादी होगी, यह की ज्वेलरी ट्रेड में अधिक संख्या छोटे और मध्यम व्यापारियों की है जो ना तो कंप्यूटर और ना ही सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करते हैं ऐसे व्यापारियों का रोजगार संकट में आ जाएगा और परिवार के सामने भरण पोषण का संकट खड़ा हो जाएगा।
नेटवर्क सिग्नल समस्या से परेशान
आज भी हमारे देश के ग्रामीण क्षेत्रों में हाट बाजार की व्यवस्था है जहां नेटवर्क सिग्नल आदि की समस्या होती है जिससे बिलिंग व इस व्यवस्था को लागू करने में कठिनाई होगी,यह कि पूरे देश के छोटे और मध्यम सराफा व्यापारियों के अंदर डर का माहौल है कि यह सरकार ज्वेलरी ट्रेड को खत्म करने की योजना बना रही है और एच यू आईडी लाने से इस शंका को बल मिल रहा है जो भविष्य के लिए अच्छा नहीं है, उन्होंने मांग की है कि सरकार विरोधी तत्वों व नौकरशाहों की मानसिकता व षडय़ंत्र को समझते हुए सराफा व्यापारियों एवं जनहित में निर्णय लेते हुए एचयूआईडी. कानून को शीघ्र रोका जावे एवं सराफा जगत की व्यवसायिक स्वतंत्रता को गुलाम बनाने का कार्य नहीं किया जाए।

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