नियमों के तहत् स्थापित हुआ माँ नर्मदा इन्डस्ट्रीज का ट्रांसफार्मर

नियमों के तहत् स्थापित हुआ माँ नर्मदा इन्डस्ट्रीज का ट्रांसफार्मर
जांच में सच आया सामने, लगे थे झूठे आरोप, सभी दस्तावेज है पूर्ण
कर्तव्यनिष्ठ सहायक अभियंता जीतेन्द्र गुप्ता को बदनाम करने की रची गई थी साजिश
लाइन विस्तार हेतु प्रोजेक्ट के तहत् नवीन कनेक्शन व ट्रांसफार्मर का कार्य किया जाना था, जहां सभी दस्तावेजों को पूर्ण करते हुए मेडियारास स्थित माँ नर्मदा इन्डस्ट्रीज पोल फैक्ट्री पर ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया, लेकिन ईमानदार सहायक अभियंता को बदनाम करने के लिए झूठे व मनगढंत आरोप लगाया गया था, जिसके बाद अधीक्षण अभियंता ने प्रोजेक्ट की जांच कराने के आदेश दिये, जांच उपरांत उक्त कार्य को नियमों के तहत् होना पाया गया, प्रोजेक्ट में किसी भी तरह की कमियां नही पाई गई।
अनूपपुर। मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड अनूपपुर उपसंभाग की चचाई वतरण केंद्र स्थित माँ नर्मदा इन्डस्ट्रीज में किये गये प्रोजेक्ट कार्य में लापरवाही बताते हुए सहायक अभियंता को बदनाम करने का मनगढंत प्रयास किया गया। किसी भी तरह के शिकायत न होने के बावजूद उक्त कार्य को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से दस्तावेजों में कमियां बताई जा रही थी, जिसके बाद मुख्य अभियंता शहडोल तथा अधीक्षण अभियंता अनूपपुर जीपी गोस्वामी ने पूरे मामले की विधिवत जांच के आदेश कार्यपालन अभियंता राकेश आमपुरी को दिये। माँ नमँदा इन्डस्ट्रीज पोल फैक्ट्री में लगाये गये ट्रांसफार्मर व नवीन कनेक्शन की सूक्ष्मता से जांच किया गया, जहां पाया गया कि प्रोजेक्ट को संचालित करने के पूर्व वर्क आर्डर, स्टीमेट सहित अन्य दस्तावेजों को पूर्ण करते हुए नियमों के तहत् कार्य होना पाया गया। कार्यपालन अभियंता ने अपनी जांच रिपोर्ट अधीक्षक अभियंता को सौपते हुए उक्त कार्य में किसी भी तरह की कमियां नही होना बताया है, जिसके बाद सहायक अभियंता जीतेन्द्र कुमार गुप्ता पर लगाये गए मनगढंत व झूठे आरोपों से पर्दा उठ गया तथा उनके कार्य को निष्पक्ष व नियमों के तहत् होना पाया गया।
जांच में सच आया सामने
मुख्य अभियंता के पत्र के अनुसार मेडियारास स्थित माँ नर्मदा इन्डस्ट्रीज के 13 एच.पी. के नवीन कनेक्शन हेतु एसएएमसी योजनान्तर्गत लाइन विस्तार कार्य हेतु प्रोजेक्ट क्रमांक 744253 दिनांक 10.05 2023 को स्वीकृत किया गया था, जिसका कार्यादेश क्रमाक 221902- दिनांक 11-05-2023 को किया गया, जिसमें स्मार्ट बिजली का आवेदन क्रमांक 202202304088726 कुल 32705.40 का डिमान्ड नोट जारी किया गया था, जिसका मांग पत्र क्रमांक 2085740 दिनांक 19.04.2023 के माध्यम से दिया गया था। राशि भुगतान के उपरान्त लाइन विस्तार कार्य हेतु कार्यपालन अभियंता (एस.टी.एम. एस.टी.सी.) संभाग अनूपपुर को कार्यादेश जारी किया गया था, जिसका कार्य कार्यपालन अभियंता एस.टी.सी. एस. टी. एम. संभाग अनूपपुर द्वारा दिनांक 21.08.2023 को पूर्ण किया गया। उक्त कनेक्शन हेतु किया गया लाइन विस्तार कार्य कंपनी के नियमानुसार उचित आवेदन शुल्क जमा करने के उपरान्त ही काम कराया गया। समाचार पत्र में प्रकाशित शिकायत निराधार एवं असत्य पायी गई है। जांच के दौरान प्राक्कलन, कार्यादेश, स्मार्ट बिजली, राशि जमा का विवरण, एस.टी.सी. द्वारा जारी कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र सभी दस्तावेज पूर्ण पाये गये।
सहायक अभियंता पर लगे थे झूठे आरोप
अनूपपुर उपसंभाग की चचाई वितरण केंद्र में पदस्थ सहायक अभियंता जीतेन्द्र कुमार गुप्ता पर झूठे व मनगढंत आरोप लगाते हुए उनके कार्यो को लापरवापूर्ण बताया था, उन्होने सोशल मीडिया के माध्यम से बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी, उन पर झूठे आरोप लगाते हुए कहा गया कि सहायक अभियंता ने अपने पद का ऐसा दुरुपयोग करते हुए बिना स्टीमेट, बिना वर्क आर्डर, बिना सुपर वीजन चार्ज विभाग को जमा करवाए मेडियारास स्थित माँ नर्मदा इंड्रस्टीज पोल फैक्ट्री में सारे नियम कानून को ताक में रखते हुए ट्रांसफार्मर लगवा कर कार्य पूरा कर दिया गया। साथ ही विद्युत सामग्री और ट्रांसफार्मर भी अधिकारी की मेहरबानी से उपलब्ध करा कर संस्थापन का कार्य करवाया गया। आखिर इस नई फक्ट्री के संचालक कौन हैं और अनूपपुर के सहायक अभियंता की मेहरबानी इन पर इतनी ज्यादा क्यों है यह जांच का विषय है?, जिसके बाद संपूर्ण प्रोजेक्ट की जांच कराई तो सभी दस्तावेज पूर्ण पाये गये और नियमों के तहत् कार्य होना पाया गया, जिससे साफ जाहिर होता है, एक ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ सहायक अभियंता पर लगाये गये आरोप निराधार व मनगढंत है।
इनका कहना है
कुछ तथाकथित असामाजिक लोगों द्वारा अपना स्वार्थ सिद्व करने के लिए मनगढंत आरोप लगाकर परेशान किया जा रहा है, इसकी भी जांच होनी चाहिए, हम अपने कर्तव्य को भली भांति समझते है और हर कार्य नियम के अनुसार ही होता है।
जीतेन्द्र कुमार गुप्ता, सहायक अभियंता
विद्युत विभाग अनूपपुर