दुनिया का सत्य परमात्मा और संतों का सत्संग श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर बधाई गीतो से गूंजा मुक्तिधाम नदीपार मुक्तिधाम में 10दिवसीय श्रीमद भागवत कथा में बालविदुषी कृष्णाबल्लभा देवी के धर्मवचन

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दुनिया का सत्य परमात्मा और संतों का सत्संग
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर बधाई गीतो से गूंजा मुक्तिधाम
नदीपार मुक्तिधाम में 10दिवसीय श्रीमद भागवत कथा में बालविदुषी कृष्णाबल्लभा देवी के धर्मवचन


कटनी॥ श्री श्री 1008 श्री दक्षिणमुखी हनुमान जी मंदिर के तत्वावधान तथा पुजारी आनंद महाराज जी के संयोजन में नदीपार स्थित “मुक्तिधाम” में 19अप्रैल से श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। 24 अप्रैल को भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।भगवान के जन्मोत्सव पर समूचा कथा स्थल बधाई गीतों हाथी घोडा पालकी जय कन्हैया लाल की गगनभेदी उदघोष से गुंजायमान हो गया। कथा व्यास बालविदुषी कृष्णबल्लभा देवी ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म कथा प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया।।भगवान की लीलाओं का श्रवण श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। कथा व्यास वृंदावन से पधारी बालविदुषी कृष्णबल्लभा देवी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। मुक्तिधाम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को कथा व्यास ने बेहद संजीदगी के साथ वर्णन किया। कथा कथा व्यास ने कहा कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। कथा का संगीतमयी वर्णन सुनकर श्रद्धालुगण झूमने लगे।कथा व्यास ने कहा कि यह बेहतर संयोग है मुक्तिधाम में कथा सुनने का अवसर मिला।यह भी परमात्मा की ही कृपा है।भगवान का नाम लेने से पापात्मा भी मोक्ष को प्राप्त होती है।मुक्तिधाम में श्रीमद भागवत कथा से दिवंगत आत्माएं परमात्मा के श्रीचरणों में पहुंचकर मोक्ष को प्राप्त होती है।।कथा व्यास ने कथा प्रसंग पर कहा कि मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जिसे ईश्वर ने बुद्धि विवेक के साथ जन्म दिया है,लेकिन मनुष्य संसारिक मोहमाया में उलझकर जीवन के परमानंद परमात्मा की भक्ति सुख नहीं ले रहा।।कथा व्यास ने कहा कि संचार क्रांति के इस युग में लोग व्हाट्सएप मोबाईल पर घंटो अपना समय बर्वाद कर रहे है लेकिन ईश्वरीय भक्ति पूजा पाठ में एक घंटे का समय निर्धारित नहीं कर पाते जबकि दुनिया का सत्य परमात्मा है संतो का सत्संग है।कहने का तात्पर्य है ईश्वर की भक्ति ही जीवन की शक्ति है।।जीवन की दिनचर्या में भक्ति और कर्म क्रिया दोनों शामिल हो।श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में बडी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।29अप्रैल को पूर्णाहुति विशाल भंडारे के साथ श्रीमद भागवत कथा का समापन होगा।दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी श्री आनंद महाराज ने नगर के धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं से श्रीमद भागवत कथा में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करने का अपील की है।

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