संरक्षण में नकली ब्राण्डों का कारोबार, दावड़ा को मोहरा बना नीलेश पर्दे के पीछे से करता था संचालन , मामला बीते दिनों पकड़े गये नकली मसाले के कारोबारी का
संरक्षण में नकली ब्राण्डों का कारोबार, दावड़ा को मोहरा बना नीलेश पर्दे के पीछे से करता था संचालन , मामला बीते दिनों पकड़े गये नकली मसाले के कारोबारी का
कटनी। बीते दिनों पुलिस और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने माधव नगर स्थित एवरेस्ट के नकली मसालों के उत्पादक सुनील दावड़ा व नीलेश पाहूजा को रंगे हाथों पकड़ा था, इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दण्ड विधान सहित खाद्य अधिनियम की कार्यवाहियां की गई, यह पहला मौका नहीं था, जब नीलेश पाहूजा नकली ब्राण्डों के साथ पकड़ा गया हो, यह बात जरूर सामने आई कि इस बार उसने सुनील दावड़ा को आगे रखकर पूरा खेल रचा था।
पूर्व पार्षद हैं पाहूजा
माधव नगर स्थित वार्ड नंबर 39 से श्याम पाहूजा पूर्व में पार्षद भी रह चुके हैं और वर्तमान में माधव नगर मंडलम के अध्यक्ष भी हैं। जाहिर है, स्थानीय पुलिस से लेकर खाद्य एवं अन्य विभागों में भी रसूखदार का रसूख और रक्षा कवच भतीजे के लिए काम आता होगा, शायद यही वजह है कि कई बार कार्यवाही होने के बाद भी नकली ब्राण्डों का अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। खबर तो यह भी है कि खाद्य विभाग जब्त किये गये नमूनों पर उस हिसाब से धाराएं नहीं लगाता, जिससे हर बार अवैध कारोबार और बड़े पैमाने पर किया जाता है।
नकली बाजार में खपाया
अवैध कारोबारी के पास से जीरा, तेजपत्ता और एवरेस्ट मसाले के नकली पैक होने की आशंका होने पर कार्यवाही की गई थी। 50 किलो नकली जीरा, 30 किलो नकली तेजपत्ता, 50 किलो नकली छबीला, दालचीनी के नाम केसिया तीन बोरी जब्त किया गया था। पांच रुपये पैकिंग के 3600 पाउच पकड़े गए थे, डी.के.दुबे ने बताया कि सुनील दावड़ा के द्वारा एवरेस्ट कंपनी का नकली मसाला तैयार कर बाजार में खपाया जा रहा था। खाद्य सुरक्षा प्रशासन विभाग ने नमूला भी लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए राज्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। आरोपियों के विरुद्ध नकली एवरेस्ट मसाला विक्रय कर आमजन के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 420 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई थी।