विश्वविद्यालय के छात्रों ने किया विशाल रैली का आयोजन
शहडोल। विश्वविद्यालय के शहडोल एवं नवलपुर कैंपस मे विकसित भारत-2047 के तहत एक विशाल रैली का आयोजन हुआ, जिसमें छात्र और छात्राओं के साथ विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने सुझाव मांगने की कवायद के बारे में विस्तार से बताते हुए प्रधानमंत्री के विकसित भारत मिशन की विस्तार से चर्चा की गई ,एक अमृत पीढ़ी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया, जो राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखे। उन्होंने शिक्षा और कौशल से आगे बढऩे की आवश्यकता पर बल दिया और नागरिकों के बीच राष्ट्रीय हित और नागरिक भावना के लिए सतर्कता का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा, जब नागरिक, किसी भी भूमिका में अपना कर्तव्य निभाना शुरू करते हैं, तो देश आगे बढ़ता है। उन्होंने जल संरक्षण, बिजली की बचत, खेती में कम रसायनों का उपयोग और सार्वजनिक परिवहन के उपयोग के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण का उदाहरण दिया। उन्होंने शिक्षाविद् समुदाय से स्वच्छता अभियान को नई ऊर्जा प्रदान करने, जीवनशैली के मुद्दों से निपटने और युवाओं द्वारा मोबाइल फोन से परे दुनिया की खोज करने के तरीके सुझाने को कहा। उन्होंने उनसे विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल बनने को कहा। उन्होंने कहा कि सामाजिक सोच शासन में भी परिलक्षित होती है। श्री मोदी ने उपस्थित लोगों से यह देखने को कहा कि डिग्री धारकों के पास कम से कम एक व्यावसायिक कौशल होना चाहिए। आपको हर कैप,हर संस्थान और राज्य स्तर पर इन विषयों पर विचारमंथन की एक व्यापक प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने विकसित भारत के विकास की अवधि को एक परीक्षा की अवधि से उपमा देते हुए, लक्ष्य को पूरा करने के लिए आवश्यक अनुशासन बनाए रखने में विद्यार्थियों के आत्मविश्वास, तैयारी और समर्पण के साथसाथ परिवारों के योगदान का भी उल्लेख किया। उन्होंने टिप्पणी की कि देश के नागरिक होने के नाते हमारे लिए भी परीक्षा की तारीख घोषित कर दी गई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बल देकर कहा, हमारे सामने 25 साल का अमृत काल है। हमें विकसित भारत के लक्ष्य के लिए 24घंटे काम करना है। यह वह वातावरण है जिसे हमें एक परिवार के रूप में बनाना है।